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दोस्तो आज की हमारी पोस्ट सामान्य विज्ञान से संबंधित है , इस पोस्ट में हम आपको सामान्य विज्ञान के अंतर्गत भौतिक विज्ञान ( Physics ) बिषय से संबंधित महत्वपूर्ण One Liner Question उपलब्ध करायेंगे , जो आपको आने बाले सभी Exams जिनमें Scoience से संबंधित Question पूंछे जाते है उन सब में काम आयेगी ! इसके अलाबा हम आपको इसी तरह की Chemistry व Biology से संबंधित पोस्ट भी उपलब्ध करायेंगे तो आप हमारी बेबसाइट को Regularly , Visit करते रहिये !
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Most Important Question Physics Hindi Notes
- एक पिंड नियत चाल से वक्र पथ पर गतिमान है तो पिंड के त्वरण की दिशा पिंड की गति के लंबवत होती है l
- वृतीय पथ पर समान चल से गतिमान पिंड पर त्वरण लगातार गति की दिशा बदलने के कारन उत्पन्न होता है
- गैस के अणुओं (Molecules ) की गति अनियमित होती है
- एक ट्रैन जैसे ही चलना प्रारंभ करती है उसमें बैठे हुए यात्री का सिर पीछे की ओर झुक जाता है , ऐसा गति के जड़त्व के कारन होता है l
- तेल से अंशतः भरा हुआ टैंकर समतल सड़क पर एक समान त्वरण से जा रहा है तो तेल का मुक्त पृष्ठ तनाव बल के कारन परवलय (Parabole ) के आकर का हो जायेगा l
- पृथ्वी सूर्य के चारो ओर निश्चित कक्षा (Orbit ) में चक्कर (Revolution ) गुरुत्वाकर्षण बल के कारन लगाती है l
- वृतीय गति करते हुए पिंड की चाल थता पथ की त्रिज्या दोनों को दोगुना कर देने पर अभिकेंद्रिय बल में दो गुना परिवर्तन होगा l
- पृथ्वी पर ऊर्जा का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत सौर ऊर्जा है l
- सौर ऊर्जा का रूपांतरण रासायनिक ऊर्जा में प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis ) के समय होता है l
- किसी वास्तु का जड़त्व द्रव्यमान पर निर्भर करता है l
- सूर्य से पृथ्वी की दुरी6 मिलियन कि० मी० है प्रकाश वर्ष दुरी कि इकाई है l
- प्रकाश वर्ष एक वर्ष में प्रकाश द्वारा तय की जाने वाली दूरी है I
- यदि पृथ्वी की त्रिज्या 1% घटा दी जाए तो गुरुत्वीय त्वरण (g) बढ़ जायेगा (क्योंकि g 1/Re)
- किसी पिंड का भार पृथ्वी के ध्रुवों (pole) पर अधिकतम होता है I
- ब्रह्मगुप्त ने न्यूटन से पूर्व ही बता दिया था कि सभी वस्तुएँ पृथिवी कि ओर आकर्षित होती है I
- ग्रहों कि गति के नियम केप्लर ने प्रतिपादित किया I
- किसी उपग्रह को ग्रह के परितः घूमने हेतु अभिकेंद्रीय बल ग्रह के गुरुत्वाकर्षण बल से प्राप्त होता है I
- न्यूटन के गति के प्रथम नियम से बल कि परिभाषा प्राप्त होती है I
- यदि दो वस्तुओं के बीच कि दूरी आधी कर दी जाए तो उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल पहले से चार गुना हो जायेगा I
- गुरुत्वाकर्षण बल का उल्लेख न्यूटन ने अपनी ‘प्रिंसिपिया’ (principia) नामक पुस्तक में किया है I
- पृथ्वी तल के अति निकट चक्कर लगाने वाले उपग्रह की कक्षीय चाल लगभग 8 किमी./सेकेंड़ होती है I
- पृथ्वी के अति निकट चक्कर लगाने वाले उपग्रह का परिक्रमण काल 1 घंटा 24 मिनट होता है I
- यदि पृत्वी अपनी वर्तमान कोणीय चाल से 17 गुनी अधिक चाल से घूमने लगे तो भूमध्य रेखा पर रखी वस्तु का भार शून्य हो जायेगा I
- प्रकाश ऊर्जा का संचरण निर्वात में विद्युत चुंबकीय तरंगों के रूप में होता है I
- प्रकाश का सर्वाधिक वेग निर्वात में होता है I
- प्रकाश किरणों की प्रकृति दोहरी अर्थात तरंग और कण दोनों के समान होती है I
- प्रकाशीय गेज प्रकाश के परावर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है I
- प्रकाश का कणिका (photon) सिद्धांत सर्वप्रथम न्यूटन ने दिया I
- प्रकाश का वेग सर्वप्रथम रोमर ने मापा I
- सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश पहुँचने में लगभग 500 सेकेंड का समय (8 मिनट ,20 सेकेंड) लगता है I
- सूर्योदय से कुछ मिनट पूर्व ही अर्थात क्षितिज से नीचे होने पर भी सूर्य के दिखाई पड़ने का कारण प्रकाश का अपवर्तन है I
- मृग मरीचिका (mirage) प्रकाश पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण होता है I
- एंडोस्कोप (आंतरिक पेट का परीक्षण करने वाला उपकरण) पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है I
- तंतु प्रकाशिकी पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है l
- वायुमंडल में प्रकाश का विसरण वायुमंडल में धूल कणों (Dust Particles ) की उपस्थिति के कारण होता है l
- अंतरिक्ष से आकाश का रंग कला दिखाई देता है l
- समुद्र का रंग नीला आकाश के परावर्तन तथा जल के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण होता है l
- प्रकाश किरणों के प्रकीर्णन के अध्ययन के लिये सर सी० वी० रमन को नोबेल पुरस्कार मिला था l
- सर्वाधिक तरंगदैध्र्य प्रकाश के लाल रंग के प्रकाश का होता है l
- किसी प्रिज्म से गुजरने पर बैंगनी रंग की प्रकाश किरण सबसे अधिक अपवर्तित होती है l
- प्रकाश के रंग का निर्धारक प्रकाश का तरंगदैध्र्य है l
- यदि किसी दर्पण को 0 कोण से घुमा दिया जाए तो परावर्तित किरण 20 अंश से घूम जायगी l
- वह काल्पनिक रेखा जो फोकस एवं पोल से गुजरते हुए गोलाकार दर्पण पर पड़ती है , प्रिंसिपल अक्ष कहलाती है l
- सफ़ेद पर्दे पर छाया वास्तविक और बड़ी बनती है l
- प्रकाश की गति 3×108 मीटर/से० होती है l
- दो समतल दर्पणों के बीच स्थित वास्तु से अनंत प्रतिबिंब बनते हैं l
- दादी बनाने हेतु अवतल दर्पण का प्रयोग किया जाता है l
- सूर्य से आने वाली प्रकाश किरण को अवतल दर्पण की सहायता से एक बिंदु पर केंद्रित किया जा सकता है l
- एक अवतल दर्पण के वक्रता केंद्र से होकर दर्पण पर आपतित किरण के लिये आपतन कोण का मान 00 होगा l
- वाहनों में पीछे का दृश्य देखने के लिये चालक के बगल में उत्तल दर्पण लगा रहता है l
- जल में वायु का बुलबुला अवतल लेंस की भांति व्यवहार करता है l
- कैमरे में उत्तल लेंस का प्रयोग करते हैं l उत्तल लेंस की क्षमता धनात्मक तथा अवतल लेंस की क्षमता ऋणात्मक होती है l
- दो स्वतंत्र प्रकाश स्रोतों से निकली प्रकाश तरंगों में व्यतिकरण की घटना नहीं पाई जाती है l
- प्रकाश तरंगों का प्रकाशीय प्रभाव केवल विद्युत् वेक्टरों (विद्युत – क्षेत्र ) के कारण होता है l
- रेटिना की शंकु (Cones ) कोशिका से रंग का एवं छड़ (Rods ) कोशिका से प्रकाश की तीव्रता का आभास होता है l
- जब आंख में धूल जाती है तो उसका नेत्र – श्लेष्मता (Conjunctiva ) अंग सूज जाता है और लाल हो जाता है l
- आंख के रंग से मतलब आइरिस रंग से होता है l
- रडार , शत्रु के वायुयानों का पता लगाने के लिये रेडियो तरंगों का प्रयोग करता है l
- आती हुई कार की चाल को मापने के लिये यातायात अधिकारी (Traffic officer ) उस पर सूक्ष्म तरंगों की किरणे डलता है l
- श्रव्य ध्वनि तरंगों की आवृति का परास (Range ) 20 Hz से 20000 Hz होता है l
- यांत्रिक या ध्वनि तरंगें शून्य (Space/Vaccum ) में संचरित नहीं होती हैं l
- वातावरण में ध्वनि की तीव्रता नापने में डेसीबल इकाई का प्रयोग किया जाता हैं l
- मनुष्यों के लिये मानक ध्वनि स्तर 30 -60 डेसीबल होता है l
- ध्वनि अनुदैध्र्य तरंगों के रूप में यात्रा करती है l
- चमगादड़ पराश्रत्य ध्वनि उत्पन्न करता है l
- डेसीबल ध्वनि की तीव्रता की इकाई है l
- ध्वनि तरंगों में ध्रृवण की घटना नहीं होती है l
- जब हमें ध्वनि सुनाई पड़ती है तो हम इसके स्रोत्र का अनुमान ध्वनि की तीव्रता से अनुमान लगा सकते है l
- ध्वनि तरंगों की गति लंबवत होती है l
- पराश्रव्य की आवर्ती 20,000 हर्ट्ज से ऊपर होती है l
- जब ध्वनि तरंगे चलती हैं तो ये अपने साथ द्रव्यमान को साथ ले जाती है l
- ध्वनि तरंगों का विवर्तन , ध्वनि का अवरोध के किनारे से मुड़कर आगे बढ़ना होता है l
- ध्वनि स्त्रोत ओर श्रोता के मध्य आपेक्षिक गति के कारण आभासी आवृति में परिवर्तन ” डॉप्लर प्रभाव ” है l
- किसी माध्यम का ताप बढ़ने पर उस माध्यम में प्रकाश का वेग अपरिवर्तित जबकि ध्वनि का वेग बढ़ जायेगा l
- किसी माध्यम में समान आवृति की एक ही दिशा में गतिमान तरंगों में होने वाला ऊर्जा का पुनवीतरण व्यतिकरण कहलाता है l
- स्टेथोस्कोप ध्वनि के सिद्धांत पर कार्य करता है l
- किसी वास्तु की गति और उसी माध्यम में ध्वनि की गति का अनुपात ज्ञात करने में मैक संख्या का प्रयोग किया जाता है l
- ध्वनि तरंगों के एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करने पर आवृति में कोई परिवर्तन नहीं होता है l
- ध्वनि का तारत्व आवृति पर निर्भर करता है l
- अनुदैध्र्य तरंगों का ध्रृवण नहीं होता है l
- जिन ध्वनि तरंगों की आवृति 20 (Hz ) से कम होती है उन्हें अपश्रव्य तरंगें कहते हैं l
- पल पर सैनिकों के कदमताल करने से पुल के टूटने का खतरा रहता है, क्योंकि अनुनादी अवस्था उत्पन्न होने से पुल के कंपन का आयाम बढ़ जाता है l
- पराध्वनिक विमान जो प्रघाती तरंगें पैदा करते हैं, उनको ध्वनि बूम कहते हैं l
- ध्वनि की गुणता (Quality ) के कारण हम अपने मित्रों की आवाज सुनकर पहचान लेते हैं l
- सामान्य तीव्रता (Intensity ) तथा तारत्व (Pitch ) की ध्वनियों में अंतर् गुणता (Quality ) कहलाता है l
- पुरुषों के अपेक्षा महिलाओं की आवाज का तारत्व (Pitch ) अधिक होता है l
- इकोसाउण्डिंग तकनीक का प्रयोग सागर (Ocian ) की गहराई नापने में किया जाता है l
- स्पष्ट प्रतिध्वनि सुनने के लिये ध्वनि का परावर्तन करने वाली सतह तथा श्रोता के बीच न्यूनतम दुरी 17 .2 मीटर होना चाहिये l
- दो वस्तुओं के बीच ऊष्मा के प्रवाह को निर्धरित करने वाली भौतिक राशि , ताप (Temperature ) कहलाती है l
- द्रव्य के अणुओं की औसत गतिज ऊर्जा से द्रव्य का ताप व्यक्त होता है l
- न्यून तापमानों के अध्य्यन को निम्न तापिकी (Cryogenics ) कहते हैं l
- -400 तापमान पर सेल्सियस एवं फारेनहाइट दोनों पैमानों पर समान पाठ्यांक होगा l
- न्यूनतम संभव ताप – 273.150C होता है l
- परम शून्य ताप ( Absolute zero temperature ) को न्यूनतम संभव ताप कहते हैं l
- एक स्वस्थ मनुष्य के शरीर का ताप40F होता है l
- थर्मोकपल (ताप युग्म ) तापमापी सिबेक प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य करता है l
- क्रायोजेनिक निम्न तापमान से संबंधित है ?
- केल्विन पैमाने पर जल का क्वथनांक 373k होगा l
- कैलोरी मीटर प्रायः तांबे का ही बनाया जाता है , क्योंकि तांबा ऊष्मा का अच्छा चालक है तथा किसी भी ताप का जल उसमें डालने पर शीघ्र ही समान रूप से पुरे कैलोरी मीटर में फेल जाता है l
- कभी – कभी जाड़ें में पाला पड़ने पर पौधों के तने (stems ) फट जाते हैं क्योंकि पाला पड़ने पर तनों के अंदर का जल जमकर बर्फ बन जाता हैं और बर्फ का आयतन जल के आयतन के अधिक होता है l
- जल का आयतन प्रत्यास्थता गुणांक7X10-5 प्रति केल्विन होता है l
- पानी के किसी द्रव्यमान को 00C से 100C तक गर्म करने से उसका आयतन 00C से 40C तापमान तक घटेगा फिर उसके बाद भढने लगेगा l
- पानी के ग्लास में एक बर्फ का टुकड़ा तैर रहा है l जब बर्फ पिघलती है , तो पानी का स्तर उतना ही रहेगा l
- केल्विन स्केल में मानव शरीर का समान्यतः तापमान 310k होता है l
- जल का अधिकतम घनत्व 277 केल्विन होता है l
- ठोस में ऊष्मा का संचरण चलन विधि द्वारा होता है l
- जलवाष्प में भंडारित ऊष्मा गुप्त ऊष्मा है l
- संघनन वाष्प का द्रव्य में परिवर्तन है l
- जब पानी में नमक मिलाया जाता है तो क्वथनांक बढ़ता है और जमाव बिंदु घटता है l
- पारा ऊष्मा का सर्वोतम सुचालक है l
- जल का घनत्व अधिक्तम 40C ताप पर होता है l
- एक किलो कैलोरी ऊष्मा18 x 103 जूल कार्य के तुल्य होती है l
- निम्न तापिकी (Cryogenics ) में उत्पन्न निम्न ताप रुद्धोष्म प्रक्रम द्वारा प्राप्त होता है l
- ठोस (solid ) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को सुखी बर्फ ( Dry Ice ) कहते हैंl
- आदर्श गैस की आंतरिक ऊर्जा केवल ताप पर निर्भर करती है l
- उष्मागतिकी का प्रथम नियम ऊर्जा संरक्षण अवधारणा की पुष्टि करता है l
- एक आदर्श गैस को स्थिर ताप पर संपिड़ित किया जाता है तो उसकी आंतरिक ऊर्जा अपरिवर्तित रहेगी l
- सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा पृथ्वी तक विकिरण (Radiation ) द्वारा पहुंचती है l
- बादल आच्छादित रातें स्वच्छ आकाश वाली रातों से अधिक गर्म होती हैं क्योंकि बादल पृथ्वी तथा हवा से ऊष्मा का विकिरण रोकता हैl
- पारे का हिमांक – 390C तथा क्वथनांक 3570C होता है l
- पारा एवं गैलियम धातु साधारण ताप (At the room temperature ) पर द्रव अवस्था में होता होता है l
- मानव के स्वास्थ्य के लिये अनुकूलतम आपेक्षित आद्रता 60-65% होती है l
- किसी पदार्थ को गुप्त ऊष्मा देने से उसकी स्तितिज ऊर्जा में वृद्धि होती है l
- ताप बढ़ने पर आपेक्षित आद्रता (R .H ) बढ़ जाती है l
- अपेक्षित आद्रता मापने के लिये हाइग्रोमेटेर (Hygrometer ) नमक यंत्र का इस्तेमाल करते हैं l
- विद्युत आवेश का मात्रक कूलॉम है l
- आवेश अदिश राशि है l
- आवेशन की क्रिया में एलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है l
- आवेशों के लिये ऋणात्मक एवं धनात्मक पडूँ का प्रयोग सर्वप्रथम बेंजामिन फ्रेंकलिन ने क्या था l
- धातुओं में विद्युत् चालक की क्रिया मुक्त एलेक्ट्रॉनों के कारण होती है l
- सबसे अच्छा चालक चांदी होता है l
- विभव आवेश काI मात्रक जूल/कूलॉम या वोल्ट होता है l
- तड़ित चालक बनाने में प्रायः तांबा धातु का प्रयोग करते हैं l
- विद्युत धरा अदिश राशि है l
- विद्युत सेल में रसियनिक ऊर्जा का रूपांतरण विद्युत ऊर्जा में होता है l
- प्रत्यावर्ती धारा (AC) को द्रिष्ट धारा (DC) में बदलने के लिये रेक्टिफायर का उपयोग होता है l
- ठोस अवस्था में विद्युत धारा प्रवाहित करने वाला अधातु ग्रेफाइट है l
- तड़ित से वृक्ष में आग विद्युत ऊर्जा के कारण लगती है l
- थर्मोस्टैट का प्रयोजन तापमान को स्थिर रखना होता है l
- विद्युत प्रतिरोधकता या विशिष्ट प्रतिरोध (P) का SI मात्रक ओम – मीटर (r-m) है l
- हेनरी स्वप्रेरकत्व (Electrical induction) की इकाई है l
- किसी अर्धचालक का प्रतिरोध गर्म करने पर घटता है l
- गैल्वेनोमीटर के द्वारा धारा का पता लगाया जाता हैl
- अतिचालक का प्रतिरोध शून्य होता है l
- ऑक्सीजन अनुचुंबकीय है l
- विद्युत परिपथ में विद्युत धारा की उपस्थिति बताने वाला यंत्र धारामापी (Galvanometer) है l
- ओम का नियम केवल धात्विक चालकों हेतु सत्य है l
- अति चालक बनाने के लिये सीमा एवं पारा सर्वोतम धातुएँ हैं l
- विद्युत धारा (करेंट) का मान चार्ज /समय पर निर्भर करता है l
- किसी चालक तार के प्रतिरोध का तापमान बढ़ाने से बढ़ता है l किसी अर्धचालक को गरम करने पर उसका प्रतिरोध घटता है l
- विद्युत अपघटन का नियम फैराडे ने दिया था l
- किसी चुंबक का अधिकतम चुंबकत्व उसके ध्रुवों पर होता है l
- चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक ऐंपियर / मीटर, गॉस, टेस्ला इत्यादि होता है l
- मुक्त रूप से निलंबित चुंबकीय सुई उत्तर-दक्षिण दिशा में रूकती है l
- विद्युत उत्पादन केंद्रों पर उत्पादित विद्युत प्रत्यावर्ती धारा होता है l
- परमाणु बम नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission ) पर आधारित है l
- सौर ऊर्जा का मुख्य कारक नाभिकीय संलयन है l
- यूरेनियम विखंडन की सतत प्रक्रिया को जारी रखने में न्युट्रान कण की जरुरत होती है l
- परमाणु बम में प्रायः यूरेनियम ( U235) या प्लूटोनियम (Pu239) का प्रयोग किया जाता है l
- इंदिरा गाँधी आण्विक अनुसंधान केंद्र तमिलनाडु में स्थित है l
- कार्बन डेंटिंग का प्रयोग फॉसिल्स की उम्र निर्धारित करने के लिए किया जाता है l
- कलपक्क्म के ‘फास्ट ब्रीडर रिएक्टर’ में गलित सोडियम का प्रयोग किया जाता है l
- 235U92 के एक विखंडन में औसत रूप से 3 न्यूट्रॉनों का उत्सर्जन होता है l
- न्यूट्रॉन की खोज चैडविक ने की l
- ‘क्यूरी’ रेडियो सक्रियता की इकाई है l
- ऑटोहान ने अणु बम की खोज नाभिक विखंडन के सिद्धांत पर की l
- कलपक्क्म (तमिलनाडु ) स्थित परमाणु ऊर्जा संस्थान का नाम इंदिरा गाँधी सेंटर फॉर एटॉमिक रिसर्च है l
- भारत का प्रथम परमाणु अनुसंधान रिएक्टर अप्सरा है l
- तारें अपनी ऊर्जा नाभिकीय संलयन एवं गरुत्वीय संकुचन द्वारा प्राप्त करते हैं l
- यूरेनियम के रेडियोएक्टिव विघटन के फलसवरूप अंततः सीसा बनता है l
- भारत का प्रथम परमाणु संयंत्र तारापुर परमाणु विद्युत संयंत्र है l
- हायड्रोजन बम ड्यूटीरियम के नाभकीय संलियन की अनियंत्रित सभीक्रिया पर कार्य करता है l
- रेडियो का आविष्कार मैडम क्यूरी ने किया l
- थोरियम का मुख्य स्रोत मोनाजाइट है l
- कलपक्क्म के फॉस्ट ब्रीडर रिएक्टर में शीतलक (coolent) के रूप में गलित सोडियम का प्रयोग किया जाता है l
- परमाणु रिएक्टर एक प्रकार की भट्ठी है जिसमें रेडयोधर्मी समस्थानिकों का विखंडन कर ऊर्जा प्राप्त की जाती है l
- ताप बढ़ाने पर उर्द्ध – चालक की चालकता बढ़ जाती है l
- उर्द्ध-चालकों की चालकता कुचालकों से ज्यादा और सुचालकों से कम होती है l
- उर्द्ध-चालकों की चालकता ताप वृद्धि द्वारा अथवा कोई उपयुक्त अशुद्धि मिलकर बढ़ाई जा सकती है l
- कृत्रिम उपग्रहों में विधुत ऊर्जा का अक्षय स्रोत सौर सेल है l
- सौर सेल सिलिकन की बनी होती हैंl
- सौर सेलों का सर्वाधिक महत्वपूर्ण लाभ प्रदूषण मुक्त अक्षय ऊर्जा का स्रोत है l
- किसी धातु का कार्य फलन किसी धातु की सतह से एलेक्ट्रॉनों को बाहर निकलने के लिये आवश्यक न्यूनतम गतिज ऊर्जा है l
- कैथोड किरणों की खोज जे० जे० टॉमसन ने की l
- प्रकाश विद्युत प्रभाव की खोज हेनरीज हटर्ज ने की l
- आईंस्टीन को नोबेल पुरस्कार प्रकाश विद्युत प्रभाव की व्याख्या करने हेतु दिया गया था l
- सर्वप्रथम लेजर की खोज थियोडोर मेमैन ने किया l
- राडार के आविष्कार का श्रेय राबर्ट वाटसन वाट को प्राप्त है l
- सर्वप्रथम मेसर बनाने का श्रेय गीगर , गॉर्डन एवं टाउन्स नमक वैज्ञानिकों को प्राप्त है l
- ट्रांसफार्मर विद्युत – चुंबकीय प्रेरण के नियम पर कार्य करता है l
- रसायन विज्ञान ( Chemistry ) बिषय से संबंधित महत्वपूर्ण Question and Answer
- जीव विज्ञान ( Biology ) बिषय से संबंधित महत्वपूर्ण Question and Answer
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thank you love you sir biology ke question bhi leke ao please group d railway ke liye
Sir aap ne abhi jo most q.dale h eska pdf nhi h kya h to sir jrur btana bahit most q.h sir ji
bilkul dost bahut jald aayengi