GK MPPSC SSC

विश्व के 7 महाद्वीप ( 7 Continents of the World ) – से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी

7-continents-of-the-world-gk-pdf-in-hindi
Written by Nitin Gupta

नमस्कार दोस्तो ,

आज की इस पोस्ट में हम आपको विश्व के 7 महाद्वीप ( 7 Continents of the World ) से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी बताने जा रहे हैं जो कि सभी तरह के Competitive Exams में पुंछी जा सकती है ! चूंकि हमने सभी सातों महाद्वीप के बारे में एक ही पोस्ट में बताया है इसीलिये ये पोस्ट लंबी है ! तो आप सभी से Request है कि आप इसे अपने Bookmark में Save कर लीजिये !

सभी बिषयवार Free PDF यहां से Download करें

Join Here – नई PDF व अन्य Study Material पाने के लिये अब आप हमारे Telegram Channel को Join कर सकते हैं !

7 Continents of the World

एशिया महाद्वीप ( Asia Continents )

  • एशिया संसार के क्षेत्रफल और जनसंख्‍या दोनों दृष्टियों से सबसे बड़ा महादेश है। यहां सम्‍पूर्ण विश्‍व का 1/3 स्‍थल और कुल जनसंख्‍या का 2/5 भाग पाया जाता है।
  • एशिया महादेश का अक्षांशीय विस्‍तार 10 दक्षिणी अक्षांश से 80 उत्‍तरी अक्षांश तथा देशान्‍तरीय विस्‍तार 25 पूर्वी देशान्‍तर से 180 पूर्वी देशान्‍तर तक है।
  • एशिया महादेश का अधिकांश भाग पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है। कुछ ही भाग पश्चिमी गोलार्द्ध में पाया जाता है।
  • एशिया महादेश का सबसे बड़ा द्वीप बोर्नियो है जिसका क्षेत्रफल 7,51,100 वर्ग किमी. पाया जाता है।
  • एशिया का सबसे घना बसा द्वीप इण्‍डोनेशियाई द्वीप समूह का जावा द्वीप है।
  • एशिया में विश्‍व का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर हिमालय पर्वतमाला में स्थित माउण्‍ट एवरेस्‍ट (नेपाल) है जिसकी ऊंचाई 8850 मी. है। इसे सागरमाथा तथा तिब्‍बती भाषा में चोमोंलुंगमा कहा जाता है।
  • एशिया में विश्‍व का सर्वाधिक ऊंचा पठार विश्‍व पठार पामीर (4875 मी.) पाया जाता है जिसे विश्‍व की छत (Roof Of World) कहते हैं।
  • एशिया में स्थित तिब्‍बत का पठार विश्‍व का सर्वाधिक ऊंचा विस्‍तृत पठार है।
  • एशिया में चीन (9,561,000 वर्ग किमी.) क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा तथा मालदीव (298 वर्ग किमी.) सबसे छोटा देश है।
  • एशिया महादेश में चीन विश्‍व का सर्वाधिक जनसंख्‍या वाला देश है।
  • एशिया महादेश में सिंगापुर सर्वाधिक जन घनत्‍व वाला देश है।
  • एशिया और यूरोप महादेश को यूराल पर्वत, यूराल नदी तथा कैस्‍पीयन सागर मिल कर विभाजित करते हैं।
  • एशिया महादेश में विश्‍व की सबसे बड़ी झील कैस्‍पीयन सागर पायी जाती है। इसका क्षेत्रफल 371800 किमी. है।
  • एशिया महादेश में सेसार की गहरी झील बैकाल पायी जाती है जिसकी गहराई समुद्रतल से 1485 मीटर है।
  • एशिया और यूरोप को सम्मिलित रूप में यूरेशिया महादेश कहा जाता है।
  • एशिया महादेश की सबसे लम्‍बी नदी यांग्‍जी (चीन) की लम्‍बाई 6800 किमी. है।
  • एशिया महादेश में विश्‍व के उष्‍णतम स्‍थानों में एक जैकोबाबाद (52) पाकिस्‍तान, शीतल स्‍थान बरख्‍योयांस्‍क (68) रूस में स्थित है।
  • एशिया महादेश में फिलीपींस द्वीप के पास संसार का सबसे गहरा गर्त मेरियाना प्रशांत महासागर में स्थित है। इसकी गहराई 11,776 मीटर है।
  • एशिया महादेश में विश्‍व का आर्द्रतम् स्‍थान भारत के मेघालय राज्‍य मे मासिन राम है जहां 11,405 मिमी. वर्षा रिकार्ड की गयी है।
  • एशिया में विश्‍व का सबसे लम्‍बा रेलमार्ग ट्रांस साइबेरियन है जिसकी लम्‍बाई 9438 किमी. है। यह लेनिनग्राड से ब्‍लाडीबोस्‍तक तक जाता है।
  • एशिया महादेश में स्थित जापान तथा चीन विश्‍व के सर्वाधिक मत्‍स्‍य आहरण करने वाले देश हैं।
  • एशिया महादेश में विश्‍व का सर्वाधिक चावल (93%) तथा चाय (91%) उत्‍पादित किया जाता है।
  • एशिया में चीन सर्वाधिक चावल तथा भारत सर्वाधिक चाय उत्‍पादक देश है।
  • एशिया को सभी धर्मो की आघभूमि कहा जाता है क्‍योंकि सभी धर्मों की उत्‍पत्ति स्‍थल यही महादेश है।
  • एशिया में सर्वाधिक रबड़ उत्‍पादक एवं निर्यातक देश थाईलैंड है।
  • एशिया में सर्वाधिक टिन उत्‍पादक देश मलेशिया है।
  • एशिया में जापान सर्वाधिक जलविद्युत उत्‍पादित करने वाला देश है।
  • एशिया में जनसंख्‍या की दृष्टि से क्रमश: चार बड़े नगर हैं – (1) टोक्‍यो (जापान) (2) मुम्‍बई (भारत) (3) शंघाई (चीन) तथा (4) कोलकाता (भारत)।

पाकिस्‍तान

  • एशियाई देश पाकिस्‍तान में बलुचिस्‍तान में बलुचिस्‍तान का पठार, किरथर, सुलेमान तथा हिन्‍दुकुश की पर्वत श्रेणियों पायी जाती हैं।
  • पाकिस्‍तान के हिन्‍दुकुश में खैबर तथा गोमल दर्रा तथा किरथर श्रेणी में खैबर तथा गोमल दर्रा तथा किरथर श्रेणी में बोलन दर्रापाया जाता है।
  • भारत-पाकिस्‍तान में प्रवाहित सिन्‍धु नदी का उद्गम तिब्‍बत के कैलाश-मानसरोवर से हुआ है। इसकी सबसे बड़ी सहायक चेनाब नदी है। इसके अतिरिक्‍त झेलम, रावी, व्‍यास तथा सतलज सहायक नदियां हैं।
  • पाकिस्‍तान का काराची सिंधु नदी के किनारे स्थित सबसे बड़ा बंदरगाह नगर है।
  • लाहौर पाकिस्‍तान का दूसरा सबसे बड़ा नगर है।
  • कराची तथा चश्‍मा में पाकिस्‍तान का नाभिकीय विद्युत संयंत्र स्‍थापित किया गया है।
  • पाकिस्‍तान में सिन्‍धु नदी पर तारबेला बॉध झेलम पर मंगला बांध बनाया गया है।
  • गेहूं पाकिस्‍तान की प्रमुख खाघान्‍न फसल है। इसके पश्‍चात कपास यहां की दूसरी प्रमुख फसल है।
  • पाकिस्‍तान की कृषि का मेरूदण्‍ड क्षेत्र पंजाब एवं सिन्‍ध है जो वृक्षाकार रूप में विकसित हुआ है।
  • सिन्‍धु पाकिस्‍तान की पवित्र एवं जीवनदायिनी नदी मानी जाती है जिस पर सक्‍खर (डयाक) बांध सिंचाई के लिए बनाया गया है।
  • पाकिस्‍तान के बलूचिस्‍तान प्रांत के उत्‍तर पश्चिमी भाग में हामुन-ई-मशुकेल मरूस्‍थलीय प्रदेश का विस्‍तार है।
  • बलुचिस्‍तान में सूखे मेवा तथा फलों के उत्‍पादन के कारण इसे ”पाकिस्‍तान का कैलीफोर्निया” कहा जाता है।
  • पाकिस्‍तान की सर्व नदी घाटी में अंगूर, सेब, अखरोट, पिश्‍ता, बादाम, नाशपाती, अंजीर तथा जैतून की कृषि की जाती है।
  • पाकिस्‍तान में कराची, लाहौर तथा रावलपिणडी अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के सुविधा वाले वायु अड्डे हैं।
  • कराची से हैदराबाद तक सिन्‍धु नदी में अन्‍तर्देशीय जल यातायात की सुविधा पाकिस्‍तान में उपलब्‍ध है।
  • पाकिस्‍तान की राजधानी इस्‍लामाबाद है जो रावलपिण्‍डी के निकट स्थित है।

श्रीलंका

  • श्रीलंका का प्राचीन नाम सिंघल दीप है। सिंघल शब्‍द को संस्‍कृत में लंका कहा जाता है । तमिल भाषा में इसे ‘इलम’ कहा रहा है।
  • सिंघल दीप से ही इस देश का नाम सीलोन (Ceylon) पड़ा है।
  • श्रीलंका और भारत को पाक जल सन्धि अलग करता है। इसमें कई छोटे-छोटे प्रवाल दवीप पाये जाते है। इन दीवीपों को ‘आदम का पुल’ (Adam’s Bridge) कहा जाता है।
  • श्रीलंका के मध्‍यवर्ती उच्‍च पर्वतीय भाग की सर्वोच्‍च चोटी पिदरू तेलगाला (2,524 मी.) हैं।
  • श्रीलंका के पूर्वी प्रदेश की पहाडि़यों में ही वेस्‍ट मिनिस्‍टर अबे (West Minister Abbey) स्थित है।
  • श्रीलंका की नदियां अरीय प्रवाह प्रणाली (Radial Drain-age System) का विकास करती है।
  • श्रीलंका में प्रवाहित महाबेली गंगा सबसे लम्‍बी नदी है। इसकी लम्‍बाई 332 किमी है। अन्‍य नदियों में आरू विचारू, कालूगंगा और केलानी गंगा महत्‍वपूर्ण है।
  • श्रीलंका के पूर्वी उच्‍च भूमि के उवा (Uva) प्रदेश में विस्‍तृत घास मैदान पतनास कहलाते हैं।
  • श्रीलंका की प्रमुख उपज चावल है। इसका उत्‍पादन देश की 30% भूमिपर किया जाता है।
  • श्रीलंका में माहा (नवम्‍बर से मार्च, चाला (जून से सितम्‍बर) तथा चेना (अक्‍टूबर-नवम्‍बर) तीन किस्म का चावल उत्‍पादित किया जाता है।
  • श्रीलंका में चावल के पश्‍चात् सर्वाधिक कृषि भूमि नारियल के उत्‍पादन में संलग्‍न है।
  • चाय श्रीलंका के 20 प्रतिशत से अधिक भूमि पर पैदा की जाती है। इसके उत्‍पादन के लिए केण्‍डी पर्वतीय क्षेत्र प्रसिद्ध है।
  • श्रीलंका बौध धर्मावलम्‍बी देश है। इसे पूर्व का मोती (Pearl of the East) कहा जाता है।
  • श्रीलंका में मन्‍नार की खाड़ी मोती प्राप्‍त करने के लिए प्रसिद्ध है।
  • श्रीलंका का राजधानी नगर कोलम्‍बों सड़क, रेल तथा वायु परिवहन का महत्‍वपूर्ण केन्‍द्र रहा है।
  • कोलम्‍बो तथा त्रिकोमाली श्रीलंका के प्रसिद्ध बन्‍दरगाह नगर हैं। त्रिंकोमाली श्रीलंका का सुन्‍दर प्राकृतिक बंदरगाह है। उत्‍तर में जाफना तथा पूर्वी तट पर वट्टीकालोआ अन्‍य महत्‍वपूर्ण बन्‍दरगाह हैं।
  • श्रीलंका में जनसंख्‍या की दृष्टि से सिंघलीसर्वाधिक (70%) पाये जाते हैं। इसके पश्‍चात् क्रमश: सिंघली तमिल (20%) तथा भारतीय तमिल (10%) की संख्‍या है।
  • जनसंख्‍या की दृष्टि से श्रीलंका के चार क्रमश: बड़े नगर हैं – 1. कोलम्‍बो 2. डेलीवेला-माउण्‍ट लेवेनिया 3. मोरातुबा 4. जाफना।
  • अनुराधापुर श्रीलंका का ऐतिहासिक नगर, कैण्‍डी बौद्धधर्म का तीर्थस्‍थल तथा कोलम्‍बो राजनीतिक व्‍यापारिक नगर है।

नेपाल

  • नेपाल हिमालय की गोद में बसा स्‍थलरूद्ध देश (Land Locked Country) है, जो एकमात्र हिन्‍दू राष्‍ट्र है।
  • नेपाल एशिया का पर्वतीय देश है जिसका 9 प्रतिशत भाग पर्वतीय है।
  • विश्‍व की सर्वोच्‍च चोटी एवरेस्‍ट (8850 मी) नेपाल में ही स्थित है जिसे तिब्‍बती भाषा में चोमोलंगमा अर्थात् पर्वतों की रानी कहा जाता है।
  • माउंट एवरेस्‍ट की खोज सर्वेचक राधारमण सिकन्‍दर ने की थी पर नामकरण भारत के महासर्वेक्षक एवरेस्‍ट के नाम पर किया गया।
  • नेपाल में मध्‍य हिमालय की महाभारत श्रेणी पायी जाती है।
  • नेपाल की काठमाण्‍डू घाटी महानहिमालय तथा नघु हिमालय के मध्‍य स्थित है। यह 20 किमी लम्‍बी तथा 12 किमी चौड़ी वृत्‍ताकार घाटी है।
  • नेपाल की अर्थव्‍यवस्‍था में कृषि एवं पशुपालन का विशेष महत्‍व है। पर देश के कुल क्षेत्रफल का मात्र 14 प्रतिशत ही समतल मैदानी भू-भाग है।
  • नेपाल के तराई प्रदेश में चावल, मक्‍का, गन्‍ना, जूट, चाय, तम्‍बाकू, गेहूं, जौ, कपास इत्‍यादि की कृषि की जाती है।
  • नेपाल के पोखरा एवं काठमाण्‍डू घाटी क्षेत्र में चावल एवं गेहू, मक्‍का, अंगूर, सेब, सब्जियों इत्‍यादि की कृषि की जाती है।
  • भारत की सहायता से नेपाल में काठमाण्‍डू से रक्‍सौल त‍क1956ई. में त्रिभुवन राजमार्ग का निर्माण किया गया।
  • चीन की सहायता से नेपाल में काठमाण्‍डू से बोदरी (ल्‍हासा) तक महेन्‍द्र राजमार्ग का निर्माण हुआ।
  • नेपाल में काठमाण्‍डू के अतिरिक्‍त पोखरा, रक्‍सौल, जयनगर, विराट नगर, जनकपुर, वीरगंज, गौरीपाटन, भैरवा महत्‍वपूर्ण औद्योगिक एवं व्‍यापारिक नगर हैं।

भूटान

  • एशियाई देश भूटान को ”सर्पराज का देश” (Country of Dragon King) कहा जाता है।
  • भूटान का राष्‍ट्रीय चिन्‍ह अजगर है। इस देश में नाग एवं अजगर का बाहुल्‍य है जिसे लोग पवित्र मानते हैं।
  • भूटान का राष्‍ट्रीय धर्मबौद्ध है। यहां बौद्ध धर्म स्‍थल (जोंग-Ozong) बनाया गया है।
  • भूटान की राजधानी नगर थिम्‍पू संकोश नदी की पश्चिमी सहायक नदी के किनारे स्थित है।
  • भूटान का सर्वोच्‍च शिखर कुल कंगरी (8200 मी) महान हिमालय में स्थित है।
  • भूटान में स्थित कालापर्वत (Black Mts.) श्रेणी संकोश और मानसनदियों के बीच जल विभाजक है।
  • भूटान में पारो, पुनाखा, थिम्‍पू तथा हॉं घाटियां पायी जाती हैं। भूटान-सिक्किम सीमा पर दोख्‍या श्रेणी पायी जाती है।
  • भूटान में संकोश, मानस, वांग्‍चू, पुनाखा इत्‍यादि नदियां प्रवाहित होती हैं।
  • भूटानका 50 प्रतिशत भाग वनों से आवृत्त है। यहां विभिन्‍न ऊंचाईयों पर भिन्‍न-भिन्‍न वृक्ष पाये जाते हैं।
  • भूटान की अर्थव्‍यवस्‍था का आधार कृषि एवं पशुपालन है।
  • थिम्‍पू के पश्‍चात् पश्चिमी भूटान में भारत की सीमा पर स्थित फुटसोलिंग दूसरा महत्‍वपूर्ण नगर है। इसका व्‍यवसायिक एवं सामरिक महत्‍व अधिक है।
  • थिम्‍पू के पश्चिम में स्थित पारो महत्‍वपूर्ण धार्मिक नगर है जबकि पूर्व में स्थित पुनरवा प्राचीन राजधानी नगर रहा है। यह आकर्षक महलों एवं केन्‍द्रीय मठों के लिए प्रसिद्ध है।

म्‍यांमार

  • भारत का पड़ोसी देश म्‍यांमार इसके उत्‍तर पूर्व में स्थित है।
  • म्‍यांमार में अराकानयोमा पर्वत का उत्‍तर से दक्षिण दिशा में विस्‍तार पाया जाता है। इसकी सर्वोच्‍च चोटी सारामती (3828 मी) है।
  • म्‍यांमार की प्राचीन राजधानी यंगून तथा नई राजधानी पियन्‍माना है।
  • म्‍यांमार के दक्षिण में तेनासिरमयोमा पर्वतीय क्षेत्र स्थित है।
  • म्‍यांमार के पूर्वी भाग में शान का पठार स्थित है जिसे चीन के यून्‍नान पठार का भाग माना जाता है।
  • शान पठार पर कई ज्‍वालामुखी पाये जाते हैं। इसी पठार पर साल्विन नदी प्रवाहित होती है।
  • म्‍यांमार में प्रवाहित होने वाली नदियों में इरावदी, चिन्‍दविन तथा सितांग महत्‍वपूर्ण नदियां हैं।
  • म्‍यांमार के शान पठार में बहुमूल्‍य खनिज की प्राप्ति होती है। यहां शीशा, जस्‍ता, तांबा, चाँदी, हीरा, लालमणि, माणिक, पन्‍ना, नीलम आदि प्राप्‍त किये जाते हैं।
  • म्‍यांमार के दक्षिण में स्थित मर्तबान की खाड़ी मोती प्राप्‍त करने के लिए प्रसिद्ध है।
  • म्‍यांमार विश्‍व में सागवान की प्राप्ति के लिए प्रसिद्धहै यहां सागवान की सर्वोत्‍तम लकड़ी प्राप्‍त होती है।
  • म्‍यांमार के लोगों का मुख्‍य आहार चावल तथा मछली है।
  • म्‍यांमार की अधिकांश जनसंख्‍या कृषि कार्यों में संलग्‍न पायी जाती है।
  • म्‍यांमार में अराकान योमा पर्वत के पश्चिमी ढालों पर चाय की कृषि की जाती है।
  • म्‍यांमार में माँडले तथा यंगून में तेल शोधन शाला का विकास हुआ है।
  • म्‍यांमार में प्राप्‍त किया जाने वाला मेगोक हीरा अपनी चमक एवं विशिष्‍टता के लिए प्रसिद्धहै।
  • यंगून तथा माँडले म्‍यांमार के महत्‍वपूर्ण हवाई अड्डे हैं।
  • बौद्ध धर्म म्‍यांमार का राष्‍ट्रीय धर्म है। यहां की 85 प्रतिशत जनसंख्‍या बौद्ध मतावलम्‍बी है।
  • माँडले म्‍यांमार का प्राचीनराजधानी नगर एवं सांस्‍कृतिक हृदय स्‍थल रहा है। यह चिन्‍दविन एवं इरावदी के संगम से पूर्व की ओर स्थित है।

अफ्रीका महाद्वीप ( Africa Continent )

  • अफ्रीका की स्थिति ग्‍लोब में केन्‍द्रीय है।
  • अफ्रीका विश्‍व का दूसरा बड़ा महादेश है।
  • इसका क्षेत्रफल- 30,313,000 वर्ग किमी. है।
  • इसका विस्‍तार 370 उत्‍तरी अक्षांश से 350 दक्षिणी अक्षांश तथा 180 पश्चिमी देशान्‍तर से 510 पूर्वी देशान्‍तर तक है।
  • भूमध्‍य रेखा अफ्रीका के लगभग मध्‍य से गुजरती है तथा कर्क एवं मकर रेखाएं भी क्रमश: उत्‍तर तथा दक्षिण से गुजराती हैं।
  • अफ्रीका की अधिकतम लम्‍बाई उत्‍तर से दक्षिण लगभग 8500 किमी. तथा अधिकतम चौड़ाई पूर्व से पश्चिम 7400किमी. हैं।
  • अफ्रीका की अधिकतर भाग उष्‍ण कटिबन्‍ध में है। यह विश्‍व का सर्वाधिक उष्‍ण महादवीप है।
  • अफ्रीका का 2/3 भाग उत्‍तरी गोलार्द्ध में तथा 1/3 भाग ही दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है। अफ्रीका की आकृति षटभुजाकार है।
  • अफ्रीका को विश्‍व का काला महादेश (Dark Continent) भी कहा जाता है।
  • अफ्रीका को पठारों का महाद्वीप भी कहा जाता है।
  • नीग्रीटो अफ्रीका के मूल निवासी थे।
  • अफ्रीका में यूरोप से आने वाली काकेशियन प्रजाति को हमेटी या बारबर तथा अरबवासियों को समेटी नाम दिया गया।
  • सहारा के दक्षिण में नीग्रो नामक मूल प्रजाति निवास करती थी।
  • काकेशियन (हमेटी) एवं नीग्रो के सम्‍पर्क के कारण ‘फुलानी’ एवं हौसा नामक वर्ण संकर प्रजातियों का जन्‍म हुआ।
  • जंजीबार एवं पेम्‍बा नीग्रो दासों के प्रमुख केन्‍द्र थे।
  • अफ्रीका में कुल 54 देश हैं।
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से अफ्रीका का सबसे बड़ा देश सूडान है।
  • जनसंख्‍या की दृष्टि से अफ्रीका का सबसे बड़ा देश नाइजीरिया है।
  • अफ्रीका के श्रृंग से बसने वाले देश हैं – इथोपिया, सोमालिया एवं जीबूती।
  • अफ्रीका यूरोप से जिब्राल्‍टर जल संधि द्वारा अलग है।
  • अफ्रीका एशिया से बाब-एल-मंदेब जलसंधि तथा स्‍वेज नहर द्वारा अलग है।
  • लगभग सम्‍पूर्ण अफ्रीका पठार है।
  • अफ्रीका का पूर्वी भाग पर ही सर्वोच्‍च शिखर किलिमंजारो पर्वत (5895 मी.) स्थित है। यह वर्ष भर हिम से ढ़का रहता है। अफ्रीका के उत्‍तर पश्चिमी भाग में एटलस (नवीन मोडदार पर्वत) स्थित है जो वास्‍तव में आल्‍पस पर्वतों की श्रृंखला का भाग है।
  • एटलस पवर्त की कई श्रृंखलाए हैं – रीफ एटलस, ग्रेट एटलस, ऐन्‍टी एटलस एवं सहारा एटलस।
  • अफ्रीका के दक्षिणी पूर्वी तट के सहारे ड्रेकेन्‍सवर्ग पर्वत स्थित है।
  • अफ्रीका में मालवी झील के दक्षिण से उत्‍तर में लाल सागर, स्‍वेज की खाड़ी और अकाबा की खाड़ी से होते हुए मृत सागर तक भू-भंश घाटियों की लम्‍बी श्रृंखला है जिसे महान भू-भ्रंश घाटी कहते हैं।
  • न्‍यासा एवं टंगानिका झीलें दरार में स्थित हैं। अफ्रीका की सबसे बड़ी झील विक्‍टोरिया झील है।
  • विक्‍टोरिया झील बेसिन से घिरी झील है।
  • संसार की सबसे लम्‍बी नदी नील(6690 किमी.) है जो बुरूंड़ी के उच्‍च पठार से निकलकर विक्‍टोरिया झील होते हुए सहारा रेगिस्‍तान पार कर भूमध्‍यसागर में गिर जाती है।
  • अफ्रीका की दूसरी मुख्‍य नदी जायरे है जो मध्‍य अफ्रीका में बहती है।
  • जायरे नदी ही अपने अंतिम भाग में कांगो नदी के रूप में जानी जाती है।
  • जायरे नदी अफ्रीका की नदियों में सबसे अधिक जल बहाकर लाती है और अटलांटिक महासागर में एश्‍चुयरी बनाकर गिरती है।
  • पश्चिमी भाग में नाइजर तथा दक्षिणी भाग में जेंबेंजी और आरेंज अन्‍य प्रमुख नदियॅा हैं।
  • केवल नील और जायरे नदियां ही नाव या स्‍टीमर चलाने योग्‍य हैं।
  • जेम्‍बेजी नदी पर स्थित विक्‍टोरिया प्रपात उत्‍तरी अमेरिका के न्‍याग्रा प्रपात से भी ऊंचा और चौड़ा है।
  • अफ्रीका का 1/3 भाग मरूस्‍थल है।
  • संसार का सबसे बड़ा मरूस्‍थल सहारा (84,00,000 वर्ग किमी.) है जो उत्‍तरी अफ्रीका में स्थित है।
  • दक्षिणी अफ्रीका में कालाहारी दूसरा प्रमुख मरूस्‍थल है।
  • अफ्रीका में विश्‍व सबसे गर्म स्‍थल अल-अजीजीया है जो लीबिया में स्थित है। यहां का उच्‍चतम तापमान 580 से दर्जकिया गया है।
  • अफ्रीका के उष्‍ण कटिबन्‍धीय लम्‍बी और मोटी घास के क्षेत्र को सवाना कहा जाता है।
  • अफ्रीका के शीतोष्‍ण घास मैदान को वेल्‍ड कहते हैं।
  • अफ्रीका के उत्‍तरी और दक्षिणी तटीय प्रदेशों में भूमध्‍यसागरीय जलवायु पायी जाती है जहां जाड़े में वर्षा होती है।
  • अफ्रीका की केवल 10 प्रतिशत भूमि की कृषि योग्‍य है।
  • अफ्रीका में जेम्‍बेजी नदी पर बने करीबा बांध से सबसे अधिक जल विद्युत पैदा की जाती है।
  • नील नदी पर स्थित अस्‍वान बांध (मिल) अफ्रीका का दूसरा प्रमुख बांध है।
  • अफ्रीका का सम्‍भाव्‍य जल विद्युत संसार में सबसे अधिक है।
  • संसार में सोना, हीरा और प्‍लेटिनम के उत्‍पादन में अफ्रीका का पहला स्‍थान है।
  • संसार में सोना, हीरा और प्‍लेटिनम के उत्‍पादन में अफ्रीका का पहला स्‍थान है।
  • संसार में हीरों के मुल उत्‍पादनका 95 प्रतिशत से अधिक भाग अफ्रीका से प्राप्‍त किया जाता है। विश्‍व के 10 वृहतम हीरा उत्‍पादक देशों में 9 अफ्रीका में ही स्थित है – जैरे, जाम्बिया, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, तंजानिया आदि।
  • हीरे की प्रमुख खाने हैं – किम्‍बरले, प्रीटोरिया, बक्‍वांगा।
  • जायरे विश्‍व में सर्वाधिक हीरा उत्‍पादक देश है।
  • प्रीटोरिया स्थित प्रीमियर खान हीरे की सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण खान है। यहीं से 1905 में विश्‍व प्रसिद्ध कुलीनान हीरा (3025.75 कैरेट) प्राप्‍त किया गया था।
  • दक्षिण अफ्रीका स्थित किम्‍बरले खान विश्‍व की सबसे बड़ी हीरे की खान है।
  • हीरा तराशने का कार्यजोहांसबर्ग, केपटाउन और डरबन में होता है।
  • दक्षिण अफ्रीका विश्‍व का वृहत्‍तम स्‍वर्णउत्‍पादक देश है।
  • दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्‍यवस्‍था का आधार सोना ही है।
  • ट्रांसवाल क्षेत्र (विटसवार्टस रेंड) विश्‍व का प्रमुख स्‍वर्ण उत्‍पादक देश है।
  • जोहान्‍सबर्ग विश्‍व का प्रमुख स्‍वर्ण उत्‍पादक नगर है।
  • दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल क्षेत्र का रूस्‍तनवर्ग जनपद विश्‍व में प्‍लेटिनम उत्‍पादन में प्रमुख है।
  • विश्‍व में सबसे अधिक क्रोमियम दक्षिण अफ्रीका में निकाला जाता है।
  • अफ्रीका में लौह और कोयले का अभाव है।
  • अफ्रीका में कोबाल्‍ट, मैगनीज, टिन, बाक्‍साइड यूरेनियम और ताम्‍बे के विशाल भण्‍डार है।
  • जायरे के कटंगा के शीबा प्रान्‍त में ताम्‍बा और हीरे की पेटी स्थित है।
  • अफ्रीका में सर्वाधिकबाक्‍साइड गिनी में उतपन्‍न किया जाता है, इसका विश्‍व उत्‍पादन में दूसरा स्‍थान है।
  • अफ्रीका में सर्वाधिक बाक्‍साइड चाय उत्‍पन्‍न करने वाला देश कीनिया है।
  • अफ्रीका में सर्वाधिक खनिज तेल उत्‍पादक देश, नाइजीरिया, लीबिया और अंगोला है।
  • अफ्रीका में सर्वाधिक मैगनीज उत्‍पादक देश गेबोन है।
  • अफ्रीका में रॉक उत्‍पादक देश है – मोरक्‍को।
  • अफ्रीका में नारियल सर्वाधिक जंजीबार, पेम्‍बा तथा तंजानिया के तटीय भाग में मिलते है।
  • नाइजीरिया ताड़ तेल के उत्‍पादन में अफ्रीका देश नाइजीरिया तथा घाना का प्रमुख स्‍थान है।
  • कोको, कैको वृक्ष से प्राप्‍त किया जाता है जो कहवे के समान लोकप्रिय पेय है।
  • कहवा का जन्‍म स्‍थान –इथोपियाका काफा प्रान्‍त माना जाता है।
  • कोको से चाकलेट भी बनायी जाती है।
  • विश्‍व में सर्वाधिक कोको आइवरी कोस्‍ट में उत्‍पादित की जाती है।
  • कोला वृक्षके फल से कई प्रकार के कोला पेय तथा चुइंगम भी बनाया जाता है।
  • उष्‍ण कटिबंधीय अफ्रीका में केला, अनन्‍नास, पपीता, कटहल ओर आम के वृक्ष खूब हैं।
  • भूमध्‍यसागरीय प्रदेश में जैतून, सेब, नारंगी, नाशपाती और अंगूर पैदा किये जाते है।
  • अफ्रीका के पूवी भाग में काजू पैदा किया जाता हैं।
  • जंजीबार और पेम्‍बाद्वीप संसार में सबसे अधिक लौंग उत्‍पादन करते है।
  • अफ्रीका की अधिकतर खाद्य फसलें कंदमूल है जिनमें रतालु और कसावा प्रमुख हैं।
  • कसावा का सर्वाधिक उत्‍पादक देश जाय‍रे है।
  • मक्‍का और ज्‍वार अफ्रीका के प्रमुख अनाज हैं जो दक्षिण अफ्रीका और नाइजीरिया में उगाये जाते है।
  • अफ्रीका में कपास मिस्‍त्र के नील नदी में उगाई जाती है।
  • तंजानिया सिसल के उत्‍पादन में सर्व प्रमुख है।
  • सिसल एक प्रकार का वानस्‍पतिक रेशा है जिससे बोरियां और रस्सियां बनाई जाती हैं।
  • अफ्रीका संसार में सिसल का सबसे बड़ा निर्यातक है।
  • मूंगफली के उत्‍पादन में नाइजीरिया का अफ्रीका में प्रथम स्‍थान है।
  • नाइजर नाइजीरिया की प्रमुख नदी है जो गिनी की खाड़ी में गिरती है।
  • नाइजर नदी पर ही कैंजी बांध बनाया गया है।  
  • नाइजीरिया के जोस पठार में टिन, कोलंबाइट, लोहा, सीसा, जस्‍ता, मैगनीज और चूना पत्‍थर के विशाल भंडार है
  • पश्चिमी अफ्रीका में नाइजीरिया में नाइजीरिया एक मात्र कोयला उत्‍पादक देश है।
  • खमसि सहारा की ओर से मिस्‍त्र में गर्मी में चलने वाली शुष्‍क और धूलभरी हवायें हैं।
  • हरमट्टन – गिनी की खाड़ी में उत्‍तर-पूर्व से चलने वाली गर्म और धूल भरी हवायें, इसे ‘डाक्‍टर विन्‍ड’ कहते है। मिस्‍त्र के किसान को फैल्‍लाह कहते हैं।
  • मिस्‍त्र की मुख्‍य नकदी फसल कपास है।
  • मिस्‍त्र का सिनाई प्रायद्वीप तथा लाल सागर तटवर्ती भाग खनिज तेल के उत्‍पादन का क्षेत्र हैं।
  • मिस्‍त्र की राजधानी कैरो (अलकाहिरा) अफ्रीका महाद्वीप का सबसे बड़ा नगर है।
  • विश्‍व प्रसद्धि पिरामिड तथा स्फिंक्‍स काहिरा के निकट ही पाये जाते है।
  • पिरामिड मिस्‍त्र के राजाओं के मकबरे थे।
  • स्फिंक्‍स – पौराणिक कथाओं में वर्णित ए‍क जानवर है जिसका शरीर सिंह का और सिर मनुष्‍य का है।
  • स्‍वेज नहर सिनाई प्रायदवीप को काटकर बनाई गई है जो लाल सागर और भूमध्‍यसागर को जोड़ती है।
  • सवेज नहर के भूमध्‍यसागरीय तट पर पोर्ट सईद बन्‍दरगाह है तथा लाल सागरीय तट पर स्‍वेज बन्‍दरगाह है।
  • स्‍वेज नहर का निर्माण 1869 में हुआ है। इसके निर्माण से बम्‍बई और लंदन के बीच 7000 किमी. दूरी की बचत हुई है।
  • स्‍वेज नहर की लम्‍बाई 162 किमी. है जिसे पार करने में 10-12 घंटे का समय लगता है।
  • काहिरा मिस्‍त्र का प्रमुख अंतरार्ष्‍टीय हवाई अड्डा है।
  • दक्षिण अफ्रीका को सोने और हीरों का देश कहा जाता है।
  • र्डेकेन्‍सवर्गपर्वत दक्षिण अफ्रीका के पूर्वी भाग में स्थित है।
  • ऑरेन्‍ज और वाल नदियां ड्रेकेन्‍सवर्ग पर्वत से निकलती हैं जो अटलांटिक महासागर में गिरती हैं।
  • मक्‍का दक्षिण अफ्रीका की मुख्‍य फसल है।
  • दक्षिण अफ्रीका की मैरीनो भेड़, अच्‍छे किस्‍म के ऊन के लिए विख्‍यात है।
  • ऊन के निर्यात में आस्‍ट्रेलिया के बाद दक्षिण अफ्रीका दिवतीय स्‍थान पर है।
  • जोहान्‍सबर्ग दक्षिणअफ्रीका का सबसे बड़ा नगर है।
  • प्रिटोरिया (त्‍श्‍वाने) दक्षिण अफ्रीका की प्रशासनिक राजधानी है।
  • केपटाउन नगर में विधानमंडल स्थित है।
  • केपटाउन दक्षिण अफ्रीका का सबसे बड़ा बन्‍दरगाह भी है।
  • अफ्रीका के कालाहारी मरूस्‍थल में शुतुरर्मुग नामक चिडि़या मिलती है।
  • अफ्रीका के ट्रान्‍सवाल क्षेत्र में विश्‍व विख्‍यात जेबरा और जिराफ नामक जानवर मिलते हैं।

        क्षेत्र            आदिम जनजातियां

        कालाहारी        बुशमैन

Download Our App

        कांगो क्षेत्र       पिग्‍मी

        सहारा          बद्दू

  • अफ्रीका के 70 प्रतिशत लोग अश्‍वेत हैं।
  • अफ्रीका में सबसे पहली यूरोपीन बस्‍ती 1652 में दक्षिण अफ्रीका में बसाई गई।
  • अफ्रीका में स्‍वाहिली भाषा बोलने वाले लोग सर्वाधिक हैं।
  • अफ्रीका की कुल जनसंख्‍या लगभग 65 करोड़ है।

उत्‍तरी अमेरिका महाद्वीप ( North America Continent )

  • एशिया और अफ्रीका के बाद यह तीसरा बड़ा महाद्वीप है।
  • यह उत्‍तर पश्चिम में अलास्‍का, उत्‍तर पूर्व में लैब्राडोर तथा दक्षिण में पनामा के मध्‍य फैला है।
  • इसका 3/4 भाग कनाडा एवं संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के अन्‍तर्गत है तथा 1/4 भाग में ग्रीनलैण्‍ड, मैक्सिको तथा तथा अन्‍य देश है।
  • यहां कनाडा के लगभग आधे भाग में शील्‍ड फैली है। इसके बड़े भाग में अनेक दलदल एवं झीले हैं, जैसे – ग्रेट वियर, विनिपेग, ग्रेट लेक्‍स, (सुपीरियर, मिशिगन, हयूरन, आस्‍ट्रेलिया, इरी ) आदि हैं।
  • विश्‍व प्रसिद्ध न्‍याग्रा जलप्रपातइरी और र्ओटारियो झीलो के बीच स्थित है।
  • सेंट लारेन्‍स इस प्रदेश की मुख्‍य नदी है, जो अटलांटिका महासागर में गिरती है। यह नदी उत्‍तरी अमेरिका की सबसे अधिक व्‍यस्‍त अन्‍त: स्‍थलीय जलमार्ग है।
  • हडसन नदी आप्‍लेशियन पर्वत से होकर बहती है इसे इरी नहर के द्वारा ग्रेटलेक्‍स से जोड़ दिया गया है।
  • मध्‍यवर्ती मैदान आप्‍लेशियन पर्वतों से लेकर रॉकी पवर्तों तक 2000 किमी. की दूरी में फैला है।
  • उत्‍तर में मैकन्‍जी नदी के डेल्‍टा से दक्षिण में टेक्‍सास के तटीय मैदानों तक इसका विस्‍तार 6000 किमी. है। इसके मध्‍यवर्ती तक एवं दक्षिण भाग में मिसीसिपी मिसौरी नदियों की विशाल निम्‍न तथा समतल द्रोणी फैली है। इस द्रोणी में कृषि हेतु उपजाऊ भूमि है।
  • पश्चिमी कार्डिलेरा का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर माउण्‍ट मैकिनले है जो अलास्‍का में स्थित है।
  • उ. अमेरिका की अधिकांश नदियां प. कार्डिलेरा से निकलती हैं।
  • पं. कार्डिलेरा में कुछ समान्‍तर पर्वत श्रेणियों, रॉकी तटीय श्रेणी एवं सेरा नेवाद है।
  • ग्रेट बेसिन इस महाद्वीप का सबसे बड़ा अंतरपर्वतीय पठार है। इस पठार की नदियां समुद्र तक नही पहुंच पाती है।
  • अलास्‍का एवं मैक्सिको के पश्चिमी कार्डिलेरा में अनेक सक्रिय ज्‍वालामुखी पाए जाते है।
  • येलोस्‍टोन नेशनल पार्क में स्थित ओल्‍ड फेथफुल गेसर यहीं है।
  • अप्‍लेशियन से निकलने वाली नदियां तेज गति से बहती है। इनका उपभोग जलविद्युत बनाने में किया जाता है।
  • सेंट लारेन्‍स नदी तथा ग्रेट लेक्‍स संसार का सबसे बड़ा अन्‍त:स्‍थलीय जलमार्ग है। जो संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका तथा कनाडा के प्रसिद्ध नगरों से होकर गुजरता है।
  • मैकेन्‍जी नदी उत्‍तर की ओर बहकर उत्‍तर ध्रुव सागर में‍ गिरती है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेंरिका के टुण्‍ड्रा प्रदेशोंके दक्षिणी में शंकुधारी वनों की चोड़ी पेटी है। इन वनों को टैगा कहते है। कनाडा में टैगा अटलांटिका महासागर से प्रशांत महासागर तक फैले है।
  • उत्‍तरी अमेकिा के आन्‍तरिक भागों मे घास भूमि पायी जाती है जिसे प्रेयरी कहते हैं।
  • उत्‍तर अमेंरिका का क्षेत्रफल संसार के कुल क्षेत्रफलका 16% है।
  • इसके कुल क्षेत्रफल के 1/10 भाग पर ही खेती की जाती है।
  • मक्‍का, गेहूं और उत्‍तरी अमेरिका की प्रमुख खाद्य फसले हैं।
  • कपास, तम्‍बाकू, सोयाबीन और अलसी अन्‍य प्रमुख फसलें है।
  • संसार की आंधी मक्‍का अकेले उ. अमेरिका पैदा करता है।
  • मक्‍का का मूल स्‍थान मैक्सिको है।
  • गेंहू उत्‍पादन संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका तथा कनाडा के प्रेयरी क्षेत्रों में होता है।
  • कपास उत्‍पादन संयूक्‍त राजय अमेरिका तथा कनाडा के प्रेयरी क्षेत्रों में होता है।
  • कपास उत्‍पादन संयुक्‍त राज्‍य अमे‍रिका तथा मैक्सिको में होता है।
  • मैक्सिको की खाड़ी के तट के पास चावल एवं गन्‍ने की खेती की जाती है।
  • गन्‍ने की खेती के लिए प. द्वीप समू‍ह /वेस्‍टइंडीज प्रसिद्ध है ।
  • वनों में, शंकुधारी वन, मिश्रित वन, उष्‍ण कटिबंधीय वर्षा वन पाए जाते है।
  • मैपिल वृ्क्ष का रस मीठा होता है इससे चीनी बनायी जाती है।
  • उष्‍ण कटिबंधीय वर्षा वन दक्षिणी मैक्सिको तथा मध्‍य अमेंरिका के देशो में पाए जाते हैं।
  • कनाडियन शील्‍ड संसार में खनिजों का सबसे बड़ा भंडार है।
  • सुपीरियर झील क्षेत्र उत्‍तरी अमेरिका में उत्‍तम कोटि के लौह अयस्‍क उत्‍पादन हेतु प्रसिद्ध है।
  • सोना मुख्‍यत: ओंटारिया से निकाला जाता है यहां सोने की संसार में प्रसिद्ध बड़ी खाने है।
  • अप्‍लेशियन उच्‍च भूमि एन्‍थ्रासाइट तथा उत्‍तम कोटि के बिटमिनस कोयले के लिए प्रसिद्ध है।
  • न्‍यूयार्क का कैनेडी वायुपत्‍तन संसार का सबसे व्‍यस्‍त वायु पत्‍तन है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में तेल का पहला कुआं पेनसिलवानिया में 1859 में खोदा गया।
  • मैक्सिको की खाड़ी तथा अटलांटिका महासागर के तटीय मैदानों में संसार का अधिकतम पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस निकाला जाता है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका संसार में प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्‍पादक है।
  • यहां गंधक फास्‍फेट एवं पोटाश भी पाए जाते हैं।
  • पश्चिमी कार्डिलेरा में तांबे के विशाल भण्‍डार हैं यहां पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस, कोयले, एवं फास्‍फेट के निक्षेप भी हैं।
  • संसार के शीशे और जस्‍ते का सबसे बड़ा निक्षेप ब्रिटिश कोलंबिया में है।
  • न्‍याग्रा जलप्रपात विद्युत का बड़ा स्त्रोंत है।
  • न्‍यू फाउ्रडलैण्‍ड के तट के निकट ग्रैण्‍ड बैंक नाम से मछली पकड़ने के क्षेत्र विश्‍व प्रसिद्ध हैं।
  • प्रंशात महासागर के तट के पर टूना एवं सालमन नामक मछलियां पकड़ी जाती हैं।
  • कनाडा की जनसंख्‍या का घनत्‍व 3 व्‍यक्ति / वर्ग किमी. से भी कम है।
  • मैक्सिको संसार का सबसे बड़ा नगर है।
  • कनाडा के दक्षिणी भाग तथा संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका की अधिकांश चौड़ी सड़कों को फ्री-वे या सुपर-वे कहते हैं।
  • मिसीसिपी एवं सेंटलारेंस नौसंचालन के योग्‍य नदियां हैं। सेन्‍ट लारेन्‍स नदी एवं ग्रेट लेक्‍स का जल संसार का सबसे अधिक व्‍यस्‍त अन्‍त:स्‍थलीय जल मार्ग है।
  • पनामा नहर प्रशांत एवं अटलांटिक महासागरों को मिलती है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका, रूस, कनाडा एवं चीन के बाद सबसे बड़ा देश है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के अलास्‍का एवं हवाई द्वीप सहित (50) राज्‍य हैं।
  • पश्चिमी कार्डिलेरा में कई ऊंची पर्वत श्रेणियां हैं यह उत्‍तर से दक्षिण दिशा में फैली हैं। रॉकी पर्वत श्रेणी सबसे ऊंची है।
  • रॉकी के पश्चिम में उत्‍तर की ओर की ओर कैस्‍केड श्रेणी और दक्षिण में सेरा नेवादा श्रेणी है।
  • पश्चिमी कार्डिलेरा का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर मांउट ब्रिटेन है। इसकी समुद्रतल से ऊंचाई 4418 मी. है।
  • पश्चिमी कार्डिलेरा में ही यलोस्‍टोन नेशनल पार्क है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका का मध्‍य भाग मैदानी है इसे मध्‍यवर्ती निम्‍न भूमि के नाम से पुकारा जाता है। इसके पश्चिम में रॉकी तथा पूर्व में अप्‍लेशियन पर्वत है। इसी क्षेत्र में मिसीसिपी एवं उसकी सहायक नदियां बहती हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के पश्चिमी भागों की जलवायु में अपेक्षाकृत अधिक भिन्‍नता पायी जाती है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के ग्रेट बेसिन तथा कोलोरैडो पठार मरूस्‍थल हैं। पर्वतों के ऊंचे शिखर पूरे शीत ऋतु में बर्फ से ढके रहते हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में शंकुधारी वन ग्रेट लेक्‍स प्रदेश एवं पश्चिमी कार्डिलेरा में पाए जाते हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के मिश्रित वनों में शंकु एवं पर्णपाती दोनों वन पाए जाते हैं।
  • मक्‍का, गेहूं, जौ संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका की प्रमुख खाद्यान्‍न फसलें हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका संसार में गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्‍पादक देश है।
  • विश्‍व की 1/3 कपास संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका पैदा करता है। यह तम्‍बाकू में भी अग्रणी है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका का 1/4 से भी अधिक भाग वनाच्‍छादित है।
  • संयुक्त राज्‍य अमेरिका में बाक्‍साइड, यूरेनियम, फॉस्‍फेट, पोटाश और गंधक के विशाल निक्षेप हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के आप्‍लेशियन क्षेत्र में प्रमुख रूप से कोयला पाया जाता है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका पेट्रोलियम उत्‍पादन में भी अग्रणी है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में पाकृतिक गैस के प्रमुख क्षेत्र टैक्‍सास, लुसियाना, ओक्‍लाहामा एवं न्‍यू मैक्सिको में है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका का डेट्राइट नगर मोटर गाडि़यां बनाने का प्रमुख केन्‍द्र है।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के अधिकतर उद्योग पूर्वी भाग में है- बोस्‍टन, न्‍यूयार्क, फिलाडेलफिया, डेट्राइट तथा शिकागो झील क्षेत्र के प्रमुख औद्योगिक नगर हैं।
  • संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका के पश्चिमी तट पर लॉस एंजिल्‍स प्रमुख औद्योगिक केन्‍द्र तथा संयुकत राज्‍य अमेरिका का दूसरा बड़ा नगर है।
  • रेलमार्ग का मुख्‍य केन्‍द्र तथा संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका का दूसरा बड़ा नगर है।
  • रेलमार्ग का मुख्‍य केन्‍द्र शिकागो है। यह संसार का सबसे बड़ा रेल जंक्‍शन है।
  • कनाडियन शील्‍ड धात्विक खनिजों जैसे सोना, चांदी एवं निकिल में बहुत सम्‍पन्‍न हैं।
  • सेंट लारेन्‍स कनाडा की सबसे प्रमुख नदी है यह ग्रेट लेक्‍स से निकलकर अटलांटिक महासागर में गिरती है।
  • कनाडियन शील्‍ड के पूर्व में लैब्राडोर प्रायद्वीप के पठार है।
  • कनाडा के दक्षिण पश्चिम में आंतरिक मैदान हैं इन्‍हें प्रेयरी के नाम से जाना जाता है।
  • कनाडा के उत्‍तरी भाग वर्ष ा रर रेभर हिम और बर्फ से ढका रहता है।
  • कनाडा का उत्‍तरी क्षेत्र टुण्‍ड्रा कहलाता है।
  • प्रेयरी की घास भूमि सुपीरियर झील से लेकर रॉकी पर्वत की गिरिपद पहाडि़यों तक फैली है।
  • कनाडा संसार में गेहूं का एक अग्रणी निर्यातक देश है।
  • लकड़ी काटना कनाडा के लोगों का एक प्रमुख व्‍यवसाय है।
  • कनाडा के वनों में लकड़ी काटने वाले लोगों को लम्‍बरजैक कहते हैं।
  • कनाडा में लौह अयस्‍क के सबसे बड़े निक्षेप लैब्राडोर क्‍यूबेक सीमा पर पाए जाते है । यह प्रमुख लौह अयस्‍क निर्यातकों में से है। यह अपने उत्‍पादन का 80% निर्यातकों में से है।
  • कनाडा का अधिकतर पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस अलबर्टा से निकाली जाती है।
  • न्‍याग्रा जल प्रपात संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका तथा कनाडा दोनों के लिए जल विद्युत का प्रमुख केन्‍द्र है।
  • कनाडा में टोरंटो एवं मांट्रियल प्रमुख औद्योगिक एवं व्‍यापारिक केन्‍द्र हैं।
  • संसार में अखबारी कागज के उत्‍पादन में कनाडा प्रथम है।
  • टोरंटो कनाडा का सबसे बड़ा नगर है। ग्रेट लेक्‍स पर स्थित सबसे अधिक व्‍यस्‍त पतनों में से यह एक है।
  • कनाडियन पैसिफिक रेलवे न्‍यू ब्रंसविक के सेंटजोन्‍स नामक नगर से प्रंशात महासागर के तट पर स्थित बैंकूवर तक जाता है।
  • कनाडियन राष्‍ट्रीय रेलमार्ग नोवास्‍कोटिया के हैलीफैक्‍स से ब्रिटिश कोलंबिया के प्रिन्‍स रूपट नगर को जोड़ता है।

दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप ( South America Continent )

  • दक्षिणी अमेरिका की खेज 1492 ई. में कोलंबस द्वारा की गई।
  • दक्षिणी अमेरिका संसारका चौथा बड़ा महादेश है।
  • दक्षिणी अमेरिका का कुल क्षेत्रफल 1,77,33,000 वर्ग किमी है।
  • दक्षिणी अमेरिका का अक्षांशीय विस्‍तार 130 उत्‍तरी अक्षांश से 560 दक्षिणी अक्षांश तथा देशान्‍तरीय विस्‍तार 350 से 820 पश्चिमी देशान्‍तर तक है।
  • दक्षिणी अमेरिका की उत्‍तर से दक्षिणतक अधिकतम लम्‍बाई 7950 किमी तथा पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 5150 किमी है। दक्षिणी अमेरिका में 14 देश स्थित हैं, जिनमें ‘ब्राजील’ क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा तथा ‘मालवीना’ सबसे छोटा देश है।
  • दक्षिणी अमेरिका में स्थित स्‍थलरूद्ध देश हैं – ‘बोलविया’ तथा ‘पराग्‍वे’।
  • दक्षिणी अमेरिका में यूरोपीय लोगों के आगमन से पूर्व ‘रेड इण्डियन’ नामक मूल निवासी रहते थे।
  • दक्षिणी अमेरिका में रेड इण्डियन और यूरोपीय प्रजाति के सम्‍पर्क से ‘मेस्टिजो’ नामक संकर जाति की उत्‍पत्ति हुई।
  • दक्षिणी अमेरिका में सर्वप्रथम स्‍पेनवासी आकर बसे तत्‍पश्‍चात् पुर्तमालियों का आना प्रारंभ हुआ।
  • दक्षिणी अमेरिका में 500 पश्चिमी देशान्‍तर के पूर्व मेंपु र्तगालियों का अधिकार था जबकि उससे पश्चिम में स्‍पेनवासियों के अधिकार क्षेत्र थे।
  • दक्षिणी अमेरिका में अश्‍वेत तथा यूरोपीय प्रजातियों के मिश्रण से ‘मुलाटो’ तथा अश्‍वेत और इण्डियन के मिश्रण से ‘जैम्‍बो’ प्रजातियों की उत्‍पत्ति हुई।
  • दक्षिणी अमेरिका के ब्राजील में पुर्तगाली उपनिवेश थे।
  • दक्षिणी अमेरिका के वेनेजुएला, कोलंबिया, इक्‍वेडोर, पेरू, बोलीविया, चिली तथा अर्जेन्‍टीना में स्‍पेनवासियों का आधिपत्‍य था।
  • बोलीविया की राजधानी ‘लापाज’ विश्‍व की सबसे ऊंचाई (6200मी) पर स्थित राजधानी है।
  • दक्षिणी अमेरिका में स्‍पेनी तथा पुर्तगाली भाषा बोलने वाले की बहुलता के कारण इसे ‘लैटिन अमेरिका’ भी कहा जाता है।
  • लैटिन प्राचीन रोमवासियों की भाषा थी। इससे ही स्‍पेनी पुर्तगाली, फ्रांसीसी तथा इतालवी भाषा का जन्‍म हुआ है।
  • भू-आकृति की दृष्टि से दक्षिणी अमेरिका को 4 प्रमुख प्राकृतिक प्रदेशों में विभाजित किया जा सकता है – एण्‍डीज पर्वतमाला, पठारी प्रदेश, नदी बेसिन तथा तटवर्ती मैदान।

एण्‍डीज पर्वतमाला

  • एण्‍डीज पर्वमाला का विस्‍तार उत्‍तर में ट्रिनीडाड दृवीप से आरंभ होकर दक्षिण में स्‍टांटन द्वीप तक है।
  • एण्‍डीज संसार की सबसे लम्‍बी पर्वतमाला है। इसकी कुल लम्बाई 7,200 किमी. है।
  • एण्‍डीज हिमालय के पश्‍चात संसार की दूसरी सबसे ऊंची पर्वतमाला है।
  • एण्‍डीज संसार के नवीन वलित पर्वत हैं।
  • एण्‍डीज पर्वत का विस्‍तार मुख्‍यत: चिली, पेरू, इक्‍वेडोर, कोलम्बिया और वेनेजुएला में है।
  • एण्‍डीज पर्वत का सर्वोच्‍च शिखर ‘एंकाकागुआ’ है, जिसकी समुद्रतल से ऊंचाई 7021 मी. है।
  • एण्‍डीज पर्वतमाला में अनेक ज्‍वालामुखीय शिखर पाए जाते हैं – ‘ओजो-डेल-सलादो’, ‘चिम्‍बराजो’, ‘कोटोपैक्‍सी’, ‘एलमिस्‍टी’, ‘टुपुंगाटो’, ‘बालेन्निन’।
  • ‘कोटोपैक्‍सी’ (इक्‍वेडोर) संसार का सबसे ऊंचा सक्रिय ज्‍वालामुखी पर्वत है।

पठारी प्रदेश

  • दक्षिणी अमेरिका के पठारी प्रदेश में मूलत: गुयाना तथा पूर्वी तट के साथ फैले ब्राजील के पठार आते हैं।
  • बोलीविया का पठार एण्‍डीज पर्वतों की दो श्रेणियों के मध्‍य अन्‍त: पर्वतीय पठार है।
  • पेरू-बोलीविया की सीमा पर स्थित टिटीकाका झील संसार की सर्वोच्‍च (7014 मी.) नौगम्‍य झील है।
  • गियाना पठार ओरनिको तथा अमेजन नदियों के मध्‍य कटा-छटा पठार है।
  • दक्षिणी अमेरिका के मध्‍य पूर्वी भाग में ब्राजील पठार स्थित है, जो खनिज पदार्थों के धनी है।

नदी बेसिन

  • दक्षिणी अमेरिका में तीन प्रमुख बेसिन हैं – ओरनिको बेसिन, अमेजन बेसिन तथा पराना-पराग्‍वे बेसिन।
  • अमेजन नदी एण्‍डीज पर्वत से निकलकर अटलांटिक महासागर में गिरती है।
  • अमेजन नदी अपवाह की दृष्टि से संसार की सबसे बड़ी नदी है। यह संसार की सभी नदियों में सबसे अधिक जल बहाकर ले जाती है।
  • अमेजन नदी की लम्‍बाई 6280 किमी है तथा अपवाह क्षेत्र करीब 10,66,660 वर्ग किमी है।
  • अमेजन की प्रमुख सहायक नदियां हैं – जापुरा, पुरूष, मदीरा, नेग्रो, तापाजोस आदि।
  • ओरनिको नदी एण्‍डीज पर्वत से निकलकर वेनेजुएला में प्रवाहित होते हुए अटलाण्टिक महासागर में गिरती है।
  • पराना, पराग्‍वे, उरूग्‍वे तथा उनकी सहायक नदियों के तन्‍त्र को ‘प्‍लाटा’ कहते हैं।
  • पराना, पराग्‍वे, उरूग्‍वे नदियां ब्राजील पठार से निकलकर दक्षिणी अटलांटिक महासागर से रियो-डि-प्‍लाटा के पास गिरती हैं।
  • वेनेजुएला में स्थित एंजिलप्रपात संसार का सबसे ऊंचा प्रपात है।

तटवर्ती प्रदेश

  • दक्षिणी अमेरिका का प्रशान्‍त तटवर्ती प्रदेश अत्‍यन्‍त संकरा है जबकि पूर्वी तट अपेक्षाकृत चौड़ा है।
  • दक्षिणी अमेरिका में दो परूस्‍थलीय प्रदेश पाये जाते हैं – अटाकामा मरूस्‍थल तथा पैटागोनिया मरूस्‍थल।
  • अटाकामा मरूस्‍थल का विस्‍तार दक्षिणी पेरू तथा उत्‍तरी चिली में है। यह गर्म मरूस्‍थल है। इस मरूस्‍थल में नागफनी तथा अन्‍य कंटीली झाडि़यां पाई जाती हैं।
  • अटाकामा मरूस्‍थल के दक्षिण-मध्‍य चिली में भूमध्‍य सागरीय जलवायु पाई जाती है, जहां जाड़े में वर्षा होती है।
  • मध्‍य चिली के भूमध्‍यसागरीय जलवायु क्षेत्र में ओक, अखरोट, चेस्‍टनट तथा अंजीर के पेड़ पाये जाते हैं।
  • दक्षिणी चिली में महासागरीय जलवायु पायी जाती है जहां वर्ष भर वर्षा होती है। इस क्षेत्र में चीड़ और बीच के वृक्ष की बहुलता है।
  • अर्जेन्‍टीना के मध्‍य भाग में पाये जाने वाले शीतोष्‍ण घास भूमि को पंपास कहा जाता है।
  • ‘पंपास’ स्‍पेनी भाषा का शब्‍द है जिसका अर्थ है – ‘विस्‍तृत मैदान’।
  • पंपास संसार की उपजाऊ घास भूमियों में एक है जो गहरी बारीक मिट्टी से बना है।
  • दक्षिणी अर्जेन्‍टीना में एण्‍डीज पर्वतमाला के पूर्व वृष्टिछाया प्रदेश में पेटागोनिया नामक दूसरा प्रमुख मरूस्‍थल है।
  • अमेजन नदी बेसिन में विषुवतीय वर्षा वन को ‘सेल्‍वास’ कहा जाता है।
  • सेल्‍वास के उत्‍तर ओरनिकों नदी बेसिन में पाये जाने वाले उष्‍णकटिबंधीय घास के मैदान को वानोस कहा जाता है।
  • सेल्‍वास के दक्षिण ब्राजील के मध्‍यवर्ती भाग में स्थित उष्‍ण‍कटिबंधीय घास के मैदान को लानोस कहा जाता है।
  • सेलवास के दक्षिण ब्राजीय के मध्‍यवर्ती भाग में स्थित उष्‍ण कटिबंधीय घास मैदान को ‘कैंपोस कहा जाता है।
  • उत्‍तरी अर्जेन्‍टाइना तथा पश्चिमी पराग्‍वे के निम्‍न भूमि क्षेत्रमें घने वन प्रदेश को ‘ग्रानचाको’ कहा जाता है।
  • ग्रानचाको कोष्‍ण शीतोष्‍ण वनों का प्रदेश है जिसके बीच-बीच में सवाना घास भूमि पायी जाती है।
  • ग्रानवाको वन का मुख्‍य वृक्ष ‘क्‍वेब्रको’ है, जिसकी लकड़ी अत्‍यन्‍त कठोर होती है। क्‍वेब्रको का अर्थ होता है – ‘कुल्‍हाड़ी तोड़ने वाला’।
  • क्‍वेब्रको वृक्ष की लकड़ी से टेनिन प्राप्‍त किया जाता है जिसका उपयोग चमड़ा बनाने में किया जाता है।
  • अमेजन बेसिन में उष्‍ण कटिबंधीय वर्षा वन प्रदेश में कठोर लकड़ी वाले महोगनी के वृक्ष पाये जाते है।
  • ‘वाल्‍सा’ संसार की सबसे हल्‍की लकड़ी है। इससे नाव बनायी जाती है।
  • ब्राजील में ताड़ जाति का कार्नोबा वृक्ष पाया जाता है, इससे मोम का प्राप्ति होती है, जिसका उपयोग जूता पालिस, फर्नीचर तथा मोमबत्‍ती में किया जाता है।
  • सिनकोना तथा चिकिल, अमेजन वन में पाये जाने वाले अन्‍य प्रमुख वृक्ष हैं।
  • सिनकोना की छाल से मलेरिया रोधक कुनैन दवा बनायी जाती है जबकि चिकिल से चुइंगम बनाया जाता है।
  • अमेजन नदी बेसिन रबड़ के पौधे का मूल स्‍थान है।
  • एण्‍डीज पर्वत के पूर्वी ढलानों के वनों को मोंटाना कहा जाता है। यहां कीमती मुलायम लकडि़यां प्राप्‍त होती हैं।
  • दक्षिणी अमेरिका के कुल क्षेत्रफल का मात्र 10 प्रतिशत भाग की कृषि योग्‍य है।
  • दक्षिणी अमेरिका में अधिकतर कृषि भूमि ब्राजील,अर्जेन्‍टीना तथा उरूग्‍वे में पाई जाती है।
  • गेहूं और मक्‍का दक्षिणी अमेरिका की मुख्‍या खाद्य फसल है।
  • मक्‍का मूल रूप से दक्षिणी अमेरिका की ही फसल है।
  • दक्षिणी अमेरिका में ब्राजील सर्वाधिक मक्‍का उत्‍पादक देश है तत्‍पाश्‍चात् अर्जेन्‍टीना का स्‍थान आता है।
  • दक्षिणी अमेरिका में अर्जेन्‍टीना सर्वप्रमुख गेहूं उत्‍पादक राष्‍ट्र है।
  • ब्राजील, कोलाम्बिया तथा इक्‍वेडोर संसार में कहवा के क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय उत्‍पादक देश है।
  • ब्राजील में कहवे की कृषि की शुरूआत का श्रेय पुर्तगालियों को है।
  • ब्राजील में कहवे की कृषि टेरारोसा मिट्टी पर की जाती है।
  • ब्राजील में कहवे के बागानों को ‘फजेण्‍डा’ कहा जाताहै।एक एजेण्‍डा में 3000-400 मजदूर काम करते हैं।
  • ब्राजील का साओपोलो राज्‍य कहवा उत्‍पादन में अग्रणी है।
  • ब्राजील का सैटास बन्‍दरगाह विश्‍व का कहवा पत्‍तन (COFFEE-PORT) के रूप में विख्‍यात है।
  • कोलम्बिया के कहवा बागान को ‘फिंका’ कहा जाता है।
  • ब्राजील की दूसरी मुख्‍य फसल कपास है।
  • ब्राजील के उत्‍तर-पूर्वी भागों में गन्‍नें की कृषि की जाती है।
  • ब्राजील का गन्‍ने से चीनी तैयार करने में भारत के बाद दूसरा प्रमुख स्‍थान है।
  • कोको के उत्‍पादन में ब्राजील का स्‍थान अफ्रीका के घाना और नाइजीरिया के बाद तीसरा है।
  • ब्राजील के पूर्वी उच्‍च भूमि में पाये जाने वाले यर्बामाटे झाडि़यों की पत्तियों का उपयोग चाय के रूप में किया जाता है।
  • ब्राजील, अर्जेन्‍टीना तथा उरूग्‍वे के अर्द्धनम भागों में अल्‍फाफा नामक पोषक घास पायी जाती है, जिससे टॉनिक बनायी जाती है।
  • ‘रीया’ दक्षिणी अमेरिका का दौड़ने वाला पक्षी है। यह दक्षिणी अफ्रीका के शुतुरमुर्ग तथा ऑस्‍ट्रलिया के ऐमू पक्षी के सदृश होता है।
  • ‘केंडोर’ – दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला संसार का सबसे बड़ा शिकारी पक्षी है।
  • ‘एनाकोंडा’ – दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला विशाल अजगर है। इसकी लम्‍बाई 10 मीटर होती है।
  • ‘प्‍यूमा’ दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला सिंह परिवार का खतरनाक जानवर है।
  • ‘जैगुआर’ – दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला पेड़ों पर रहने वाला विशिष्‍ट शिकारी जानवर है।
  • ‘ऐंट-ईटर’ तथा ‘आर्मेडिलो’ दक्षिणी अमेरिका के विचित्र स्‍तनधारी जीव है।
  • दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला ‘मकड़ाबन्‍दर’ कलाबाजियों के लिये प्रसिद्ध है।
  • दक्षिणी अमेरिका में पाया जाने वाला ‘गिलहरी बन्‍दर’ विनम्रता के लिए संसार में प्रसिद्ध है।
  • ‘अल्‍पाका’ तथा ‘लामा’ ए‍ण्‍डीज पर्वत पर पाये जाने वाले लम्‍बी गर्दन के ऊंट प्रजाति के पशु हैं।
  • ‘ग्‍वानको’ एक प्रकार का जंगली लामा है जो कई दिनों तक बिना पानी के रह सकता है।
  • दक्षिणी अमेरिका में पेरू सबसे बड़ा मछली उत्‍पादक देश है जिसका विश्‍व उत्‍पादन में चीन, जापान के बाद तीसरा स्‍थान है।
  • पेरू के तट पर ही एलनीनों नामक गर्म जलधारा की उत्‍पत्ति होती है।
  • अर्जेन्‍टीना और चिली में भेड़ों की संख्‍या सर्वाधिक पायी जाती है।
  • अर्जेन्‍टीना का ब्‍यूनस आयर्स नगर मांग के उत्‍पादन तथा निर्यात के लिये प्रसिद्ध है।
  • ब्राजील का ‘मिनास गेरास’ पठार खनिज पदार्थों की दृष्टि से धनी पठार है। यहां लौह अयस्‍क का विशाल भण्‍डार है।
  • ब्राजील का ‘इटाबिरा’ पर्वत लौह अयस्‍क उत्‍पादन के लिये प्रसिद्ध है।
  • ब्राजील विश्‍व का दूसरा प्रमुख लौह उत्‍पादक राष्‍ट्र है।
  • चिली संसार में ताम्‍बा का प्रथम उत्‍पादक राष्‍ट्र है। चिली का ‘चुक्‍की कमाटा’ ताम्‍बा खदान क्षैत्र संसार प्रसिद्ध है।
  • चिली का ‘एंटीफगास्‍टा’ बंदरगाह ‘संसार का ताम्‍बा पत्‍तन’ (Copper Port) के विख्‍यात है।
  • दक्षिणी अमेरिका में बोलीविया संसार का एक प्रमुख टिन उत्‍पादक देश रहा है।
  • वेनेजुएला, ट्रिनिडाड तथा टोबैगो में खनिज तेल के विशाल भण्‍डार पाये जाते हैं।
  • वेनेजुएला की माराकाइबो झील खनिज तेल उत्‍पादन के लिये प्रसिद्ध है।
  • अटकामा मरूस्‍थल में नाइट्रेट के विशाल भण्‍डार पाये जाते हैं।
  • दक्षिणी अमेरिका में चिली नाइट्रेट का सबसे बड़ा उत्‍पादक देश है।
  • पेरू तट के पास गुयानो द्वीप में संसार के सबसे अच्‍छे प्राकृतिक खाद के भण्‍डार हैं, जो गुयानोगं पक्षियों के मलमूत्र के निक्षेप हैं।
  • दक्षिणी अमेरिका में सूरीनाम तथा गुयाना बाक्‍साइट के प्रमुख उत्‍पादक देश हैं।
  • ब्राजील में सर्वोत्‍तम कोटि के अभ्रक भण्‍डार पाये जाते हैं।
  • अभ्रक के उत्‍पादन में ब्राजील का भारत के बाद विश्‍व में दूसरा स्‍थान है।
  • दक्षिणी अमेरिका में सबसे अधिक जनसंख्‍या वाला देश ब्राजील है तथा सबसे कम जनसंख्‍या वाला देश मालवीना है।
  • दक्षिणी अमेरिका में रेलमार्गों की सबसे अधिक लम्‍बाई अर्जेन्‍टीना में है।
  • दक्षिणी अमेरिका के प्रमुख बंदरगाह नगर हैं – रियो-डि-जेनेरियो, सैंटोस, माण्‍टेवीडियो, सल्‍वाडोर, रेसिफे, पारामरिबो, जार्जटाउन, कार्टाजोना, एन्‍टीफगास्‍टा, माराकाइबो।

यूरोप महाद्वीप ( Europe Continent )

  • यह महाद्वीप 360 उत्‍तरी अक्षांश से 710 उत्‍तरी अक्षांश तथा 100 पश्चिमी देशान्‍तर से 650 पूर्वी देशान्‍तरों के मध्‍य फैला है।
  • इसके उत्‍तर में आर्कटिक महासागर, पश्चिम में अटलांटिंक महासागर तथा दक्षिण में भूमध्‍य सागर फैला हुआ है।
  • पूर्व में यूराल पर्वत, यूराल नदी तथा कैस्पियन सागर एशिया एवं यूरोप महाद्वीपों की प्राकृतिक सीमा का निर्धारिण करते हैं।
  • यूरोप के उत्‍तर पश्चिम में पहाड़ी क्षेत्र में स्‍कैण्‍डीनेवियन, पीरेनीज, यूराल एवं ग्रेट ब्रिटेन के पर्वत शामिल हैं।
  • स्‍कैण्डिनेवियायी क्षेत्र के अन्‍तर्गत आइसलैण्‍ड, नार्वे, स्‍वीडन और डेनमार्क आदि देश शामिल हैं।
  • स्‍कैण्डिनेविया में सबसे ऊंचा शिखर ‘ग्लिटर टिण्‍ड’ (2470 मी) ऊंचा है।
  • यूरोप में रूस के एस्‍तोनिया, लिथुआनिया तथा लातविया को बाल्टिक देश के नाम से जाना जाता है।
  • बेल्जियम, नीदरलैण्‍ड एवं जग्‍जमबर्ग (बेनेलक्‍स) को निम्‍न भूमि देश कहते हैं।
  • सर्बिया, मोण्‍टेनेग्रो, कोसोवो, स्‍लोवेनिया, क्रोशिया, बोस्निया, हर्जेगोबना, मैसीडोनिया, बुल्‍गारिया, ग्रीस, रूमानिया और अल्‍बानिया को बाल्‍कन राज्‍य कहते हैं।
  • यूरोप के मध्‍यवर्ती मैदानका विस्‍तार फ्रांस, हालैण्‍ड, बेल्जियम, डेनमार्क, उत्‍तरी जर्मनी, हंगरी, पोलैण्‍ड तथा पश्चिमी रूस व उक्रेन तक फैला है।
  • यूरोप के मध्‍यवर्ती मैदान में ही राइन, डेन्‍यूब, नीपर तथा वोल्‍गा आदि प्रवाहित हैं।
  • यूरोप के पठारों में स्‍पेन का मेसीता, फ्रांस का वासजेज, जर्मनी का ब्‍लैक फारेस्‍ट, बेहेमिया एवं बवेरिया आदि मुख्‍य हैं।
  • मध्‍यवर्ती मैदानों के दक्षिण में प्राचीन अल्‍पाइन पर्वतों में पिरेनीज, आल्‍पस, कारपेथियन एवं काकेशस प्रमुख हैं।
  • इटली के दक्षिण द्वीप के सिसली पर विसुवियस, स्‍ट्राम्‍बोली एवं एटना जाग्रत ज्‍वालामुखी पाये जाते हैं।
  • इटली के उत्‍तरी भाग में समतल एवं उपजाऊ लम्‍बार्डी का मैदान है।
  • ‘वेटिकन सिटी’ यूरोप में (रोम में) सबसे छोटा स्‍वतंत्र राज्‍य है। यहीं पर रोमन कैथोलिक चर्च का मुख्‍यालय एवं पोप का निवास स्‍थान है।
  • ब्रिटिश द्वीप में आयरलैण्‍ड, ग्रेट ब्रिटेन एवं अन्‍य छोटे उत्‍तरी द्वीप सम्मिलिति हैं।
  • आयरलैण्‍ड में उत्‍तरी एवं आयरिश गणराज्‍य शामिल हैं।
  • ग्रेट ब्रि‍टेन में स्‍कॉटलैण्‍ड, वेल्‍स एवं इंग्‍लैण्‍ड सम्मिलित हैं। उत्‍तरी आयरलैण्‍ड को सम्मिलित करने पर इसका नाम ”यूनाइटेड किंगडम” हो जाता है।
  • यूरोप के सुदर उत्‍तर में उच्‍च भूमियों का एक प्रदेश है, यह फिनलैण्‍ड से लेकर स्‍वीडन, नार्वे एवं ब्रिटिश द्वीप समू‍ह से हो आइसलैण्‍ड तक फैला हुआ है। जिसे फेनोस्‍कैडियन शील्‍ड कहते है।
  • यूरोप के उत्‍तरी मैदान में राइन एवं सीन दो महत्‍वपूर्ण नदियां हैं जो क्रमश: उत्‍तरी सागर एवं इंग्लश चैनल में गिरती हैं। राइन नदी अपनी दरार घाटी के लिये प्रसिद्ध है।
  • राइन उत्‍तर की ओर तथा सीन नदी दक्षिण की ओर बहती है। इन दोनों नदियों को एक नहर द्वारा जोड़ा गया है। इन नदियों से होकर महाद्वीपों के आर-पार की यात्रा की जा सकती है।
  • अल्‍पाइन क्षेत्र में सबसे महत्‍वपूर्ण पर्वतमाला आल्‍पस है। माउण्‍ट ब्‍लॉक (4807) आल्‍पस की सबसे उंची चोटी है।
  • यूरोप का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर एलब्रुस (5633 मी.) है। यह काकेशस श्रेणी में है।
  • यूरोप में उत्‍त्‍र अटलांटिक प्रवाह का गर्म जल पश्चिम यूरोप के जल को जमने नहीं देता है, इसी धारा को ‘यूरोप का कम्‍बल’ भी कहा जाता है। तापमान वर्षभर बराबर रहता है।
  • भूमध्‍यसागरीय क्षेत्रों में वर्षा केवल शीत ऋतु में होती है।
  • यूरोप के उत्‍तर में आर्कटिक महासागरीय जलप्रवाह प्रवाह प्रणाली है। इस प्रणाली की प्रमुख नदियां पियोर एवं डबीना हैा जो उत्‍तर की ओर बहती हुई आर्कटिक महासागर में गिर जाती हैं।
  • अटलांटिक महासागरीय जल प्रवाह प्रणाली की प्रमुख नदियां राइन एवं सीन, थेम्‍स मर्सी आदि है।
  • ‘विश्‍चुला’ तथा ‘ओडर’ नदियां बाल्टिक सागर में गिरती हैं।
  • भूमध्‍य सागरीय प्रवाह प्रणाली की प्रमुख नदियां- रोन, सीन, एब्रो, पो, टाइबर, डेन्‍यूब, नीस्‍टर, नीपर तथा डोन हैं। इनमें डेन्‍यूब एवं डोन सबसे महत्‍वपूर्ण हैं।  
  • आर्कटिक वृत के उत्‍तरी भागों में टुंड्रा वनस्‍पति पायी जाती है। यहां केवल लाइकेन, काई एवं बौने पेड़ ही उग पाते हैं।
  • टुण्‍ड्रा के दक्षिण में नार्वे, स्‍वीडन, फिनलैण्‍ड तथा उत्‍तरी रूस तक की पट्टी में कोणधारी वन पाये जाते है।
  • यूरोप के दक्षिण पूर्वी भाग में विस्‍तृत घास भूमियां हैं, इन्‍हें स्‍टेपीज कहते हैं। यह घास भूमि रोमानिया में डेन्‍यूब नदी की घाटी से लेकर पूर्व के यूक्रेन तक फैली है।
  • यूरोप के पश्चिम तथा मध्‍वर्ती भागों में चौड़ी पत्‍ती वाले पतझड़ वन उगते हैं, इनमें ओक, बीच, पापलर, एश, बर्च तथा हेमलॉक आदि वृक्ष पाये जाते हैं। इनका विस्‍तार ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, आयरलैण्‍ड, हालैण्‍ड, पोलैण्‍ड, बेल्जियम आ‍दि में है।
  • यूरोप में केवल 30% क्षेत्र पर ही खेती की जाती है। यहां विश्‍व का 30% गेहूं उगाया जाता है। प्रमुख देश जर्मन, इटली, फ्रांस, ब्रिटेन, स्‍पेन, हंगरी, बुल्‍गारिया, यूगोस्‍लाविया, रूस तथा यूक्रेन हैं।
  • यूरोप में विश्‍व का 45% जौ पैदा किया जाता है। उत्‍पादक देश फ्रांस, ब्रिटेन, स्‍पेन, डेनमार्क, रूस आदि हैं।
  • यूरोप में विश्‍व का 90% राई (गरीबों का भोजन) करता है।
  • यूरोप विश्‍व का लगभग 50% चुकन्‍दर पैदा करता है। रूस, जर्मनी, फ्रांस, पोलैण्‍ड, ब्रिटेन, इटली, डेनमार्क, हालैण्‍ड, स्‍वीडेन आदि चुकन्‍दर उत्‍पादक देश हैं।
  • नीदरलैण्‍ड ने समुद्रों के किनारे की भूमि को सुखाकर कृषि योग्‍य भूमि बना लिया है जिसे ‘पोल्‍डर’ भूमि कहा जाता है।
  • यूरोप फलों से जैम एवं जैली बनाने के लिये प्रसिद्ध है।
  • रूस में यूक्रेन एवं यूराल क्षेत्र, कर्च प्रायद्वीप एवं मध्‍यवर्ती साइबेरिया में उत्‍तम किस्‍म का लोहा निकाला जाता है।
  • यूरोप में रूस मैंगनीज का प्रधान उत्‍पादक देश है। यहां काकेशस तथा यूक्रेन क्षेत्रों में मैंगनीज उत्‍पन्‍न किया जाता है।
  • यूरोप विश्‍व का लगभग 40% कोयला उत्‍पादन करता है। यहां रूस, ब्रिटेन, पोलैण्‍ड, चेकोस्‍लोवाकिया एवम फ्रांस प्रमुख कोयला उत्‍पादक देश हैं।
  • यूरोप में विश्‍व का 17% खनिज तेल निकाला जाता है। रूस के काकेशस क्षेत्र में सबसे ज्‍यादा तेल निकाला जाता है। इसके अलावा, ब्रिटेन, रूमानिया, आस्‍ट्रेलिया, पोलैण्‍ड, हंगरी तथा फ्रांस में भी खनिज तेल निकाला जाता है।
  • यूरोप में उपलब्‍ध जल शक्ति में 75% तक विकास किया जा चुका है।
  • इटली ने जल विद्युत में सबसे जयादा प्रगति की है। नेपल्‍स नगर इटली का सबसे बड़ा जल विद्युत उत्‍पादन केन्‍द्र है।
  • अविभाजित सोवियत रूस विश्‍व का 25% इस्‍पात उत्‍पन्‍न करता था। रूस व यूक्रेन में मास्‍को, टूना, लेनिनग्राद, बोल्‍गाग्राद, कुजनेट्रस्‍क, क्रिबायराग आदि स्‍थानों पर इस्‍पात बनाया जाता है।
  • ब्रिटेन का लोहा इस्‍पात उघोग में यूरोप में तीसरा स्‍थान है। यहां शेफिल्‍ड, बर्मिंघम, कोवेण्‍ट्री, लीड्स डडले, स्‍कॉटलैण्‍ड में ग्‍लास्‍गो, मदरवैल, कोटब्रिज और लेनार्क मुख्‍य केन्‍द्र हैं।
  • एकीकृत जर्मनी का रूर प्रदेश (निचली राइन घाटी) सबसे बड़ा लोहा इस्‍पात उत्‍पादन क्षेत्र है। यहां के प्रमुख केन्‍द्र किरचेन ड्रयूसबर्, आकेन, ऐसेन एवं बोशेम हैं।
  • साइलेशिया प्रदेश में ड्रेसडन एवं लिपजिंग भी मुख्‍य लोहा इस्‍पात नगर है।
  • रूस के यूक्रेन में रोस्‍टोब, क्रिवायराग, कीव, नीपोवेवेट्रावस्‍क, खारकोव एवं डोनेस्‍क (Donetsk) मुख्‍य लोहा इस्‍पात केन्‍द्र हैं। यूराल क्षेत्र के ‘चिलियाबिस्‍क’ निझ नीटगिल और मागनीटोगोरस्‍क मुख्‍य लोहा इस्‍पात केन्‍द्र हैं।
  • ग्रेट ब्रिटेन यूरोप का सबसे बड़ा सूती वस्‍त्र उत्‍पादक देश है। इंग्‍लैण्‍ड ब्रिटेन का प्रधान सूती वस्‍त्र उत्‍पादक क्षेत्र है।
  • लंकाशायर इ्ंग्‍लैण्‍ड का सूती वस्‍त्र उत्‍पादन के क्षेत्र में सबसे बड़ा क्षेत्र है।
  • मानचेस्‍ट, ओल्‍ढम उद्योग के दूसरे मुख्‍य केन्‍द्र हैं।
  • यूरोप में ब्रिटेन का लीड्स एवं ब्रेडफोर्ड तथा रूस का लेनिनग्राद तथा मास्‍को विश्‍व प्रसिद्ध ऊनी वस्‍त्र उत्‍पादक केन्‍द्र है। वर्तमान समय में यूरोप विश्‍व में सबसे अधिक शक्तिशाली जलयान निर्माण कर रहा है। ब्रिटेन, रूस एवं फ्रांस यूरोप के प्रमुख जलयान निर्माणकर्ता देश हैं।
  • डेनमार्क डेरी उद्योग में अग्रणी देश है।
  • उत्‍तरी सागर में विश्‍व प्रसिद्ध मछली पकड़ने का केन्‍द्र डोगर बैंक स्थित है।
  • भूतपूर्व सोवियत संघ का मछली उत्‍पादन में यूरोप एवं विश्‍व में प्रथम स्‍थान था।
  • यूरोप में रूस, फिनलैण्‍ड तथा नार्वे में जनसंख्‍या घनत्‍व 10-25 व्‍यक्ति/किमी.है।
  • इंग्‍लैण्‍ड, हालैण्‍ड, बेल्जियम तथा एकीकृत जर्मनी यूरोप में सबसे घनी जनसंख्‍या के देश हैं।
  • ग्रेट ब्रिटेन का लगभग 30% व्‍यापार लन्‍दन बन्‍दरगाह से होता है।
  • पेरिस सीन तथा मोगी नदियों के संगम पर स्थित है।
  • हैम्‍बर्ग जर्मनी का महत्‍वपूर्ण नगर तथा बन्‍दरगाह है। यह एल्‍ब नदी के मुहाने पर स्थित है।
  • ‘लीवरपुल’ मर्सी नदी के मुहाने पर स्थित ग्रेट ब्रिटेन का 17% व्‍यापार होता है।
  • बर्लिन ‘स्‍प्री’ नदी के किनारे बसा बन्‍दरगाह है, यह विश्‍व का प्रसिद्ध अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डा है।
  • मास्‍को बन्‍दरगाह ‘मास्‍कोवा’ नदी के उत्‍तर तट पर बसा है। यह ट्रांस साइबेरियन रेलवे का जंक्‍शन तथा अंतर्राष्‍ट्रीय वायुमार्गो का केन्‍द्र है। इसे पश्चिमी तट पर स्थित लेनिनग्राद के बन्‍दरगाह से द्रुतगामी सेवा द्वारा जोड़ दिया गया है।
  • फ्रांस किसानों का देश है। यह मूलत: खाद्यानों पर आत्‍मनिर्भर है।
  • यूनाइटेड किंगडम तथा जर्मनी मूल रूप में औद्योगिक राष्‍ट्र हैं। ब्रिटिश द्वीप समूहों के दो मुख्‍य द्वीप हैं ‘ग्रेट ब्रिटेन’ एवं ‘आयरलैण्‍ड’।
  • ब्रिटिश द्वीप का सबसे बड़ा भाग यूनाइटेड किंगडम के अन्‍तर्गत आता है। इंग्लिश चैनल इसे यूरोप की मुख्‍य भूमि से अलग करता है।
  • उत्‍तरी सागर में पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस के विशाल निक्षेप मिले हैं।
  • फ्रांस यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा देश है। इसकी स्‍थल सीमाएं यूरोप के सबसे अधिक घने बसे एवं समृद्ध देशों की सीमाओं को छूती हैं। ये देश है- बेल्जियम, जर्मनी, इटली एवं स्विट्जरलैण्‍ड।
  • पिरेनीज पर्वत दक्षिण सीमा के साथ फैले हैं और फ्रांस को स्‍पेन से अलग करता है।
  • माण्‍उट ब्‍लॉक फ्रांस का सबसे ऊंचा पर्वत शिखर है।
  • फ्रांस में लौह अयस्‍क 90% से अधिक लौरेन क्षेत्र से निकला जाता है।
  • फ्रांस की नदियां आल्‍पस पिरेनीज या मध्‍यवर्ती पठारों से निकली हैं। यह हिम के पिघलने या वर्षा के जल के कारण सदानीरा हैं।
  • फ्रांस ने कुछ उघोगों में विशिष्‍टता प्राप्‍त कर ली है जैसे – मशीनें, मोटरगाडि़यां, जलयान एवं वायुयान आदि।
  • अंगूर की खेती मुख्‍यत: दक्षिणी फ्रांस में की जाती है। फ्रांस के शैम्‍पेन शहर में शैम्‍पेन नाम‍क शराब बनायी जाती है।
  • 1990 में पूर्वी जर्मनी एवं पश्चिमी जर्मनी क्षेत्रों का विलय हो गया तथा एक राष्‍ट्र बन गये।
  • जर्मनी के पश्चिम में राइन नदी की घाटी है। इसके अलावा यहां बेसर, एल्‍ब, ओडर, डैन्‍यूब आदि प्रमुख नदियां हैं।
  • जर्मनी का रूर क्षेत्र यूरोप में कोयले के उत्‍पादन का सबसे बड़ा एवं सम्‍पन्‍न देश है। यहां सार एवं सैक्‍सोनी अन्‍य कोयला क्षेत्र हैं।
  • रूर को यूरोप का औद्योगिक हृदय कहा जाता है।
  • जर्मनी संसार में राई, आलू और चुकन्‍दर के बड़े उत्‍पादक देशों में से एक है।
  • कील नहर बाल्टिक सागर को उत्‍तरी सागर से जोड़ती है। यह 99 किमी. नहर है।
  • इसके बन जाने से डेनमार्क के किनारे 700 किमी. घूम कर नहीं जाना पड़ता है।
  • स्‍कैण्डिनेवियाई देशों से व्‍यापार में इसका बहुत महत्‍व है।
  • बर्लिन जर्मनी का सबसे बड़ा नगर एवं नदी पतन है।
  • लीपजिंग एवम् ड्रेसडन एल्‍ब नदी के किनारे पर स्थित महत्‍वपूर्ण नगर हैं।
  • लिपजिंग सड़कों का केन्‍द्र एवं बड़ा जंक्‍शन है।
  • ड्रेसडेन अपने चीनी मिट्टी के ब‍र्तनों के लिए विख्‍यात् है।
  • यूराल पर्वत, यूराल नदी ओर कैस्पियन सागर रूस को यूरोपीय एवं एशियायी भागों में बांटते हैं।
  • देशान्‍तरीय विस्‍तार अधिक होने के कारण रूस में 11 समय क्षेत्र हैं।
  • इर्टिश, ओब और येनीसी नदियां पश्चिमी साइबेंरिया के मैदान से होकर बहती हैं।
  • साइबेरिया पर्वतमालाओं के पास का क्षेत्र कमचटका प्रायद्वीप कहा जाता है। यह भूकम्‍प एवं ज्‍वालामुखी का क्षेत्र है।
  • एलब्रुश शिखर रूस का सबसे ऊंचा शिखर है। यह काकेशस पर्वत शिखर में स्थित है।
  • साइबेरिया क्षेत्रों में मुख्‍यत: 9 महीने हिमपात होता है।
  • रूस के कुल क्षेत्र के 1/5 भाग पर चारागाह हैं।
  • रूस का लगभग 40% भाग वनों से ढका है।
  • रूस में शक्ति का महत्‍वपूर्ण साधन कोयला है। यह कुटनेटस्‍क बेसिन, पूर्वी साइबेरिया, यूराल क्षेत्र तथा मास्‍को उपबेसिन में पाया जाता है।
  • शक्ति के अन्‍य साधन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, यूराल एवं वोल्‍गा के मध्‍य एजोवा, काला सागर, बाशकिरिमा तथा पश्चिमी साइबेरिया में है।
  • रूस विशाल दूरियों का देश है।
  • मास्‍को 5 सागरों का पतन है। यह नगर नदियों एवं प्रदेश नहरों द्वारा कैस्पियन सागर, काला सागर, बाल्टिक सागर, लागोडा झील तथा श्‍वेत सागर के उत्‍तरी सागर से जुड़ा है।
  • मुरामांस्‍क उ. ध्रुव महासागर का ऐसा पतन है जो वर्ष भर हिम से मुक्‍त रहता है, जो ब्‍लादिबोस्‍तक को जाने वाले मार्ग पर स्थित है।
  • मास्‍को एवं सेंट पीटर्सबर्गइसे देश के राष्‍ट्रीय एवं अन्‍तर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के प्रमुख हवाई अड्डे हैं।
  • मास्‍को देश का सबसे बड़ा नगर है।

आस्‍ट्रेलिया महाद्वीप ( Australia Continent )

  • आस्‍ट्रेलिया की खोज अंग्रेज नाविक कैप्‍टन कुक ने 1770 में किया था।
  • आस्‍ट्रेलिया विश्‍व का सबसे छोटा महाद्वीप है। इसका क्षेत्रफल 79,56,000 वर्ग किमी. है।
  • आस्‍ट्रेलिया पूर्णत:दक्षिणी एवं पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है।
  • आस्‍ट्रेलिया का अंक्षाशीय विस्‍तार 10o दक्षिण से 440 दक्षिण तक देशान्‍तरीय विस्‍तार 1130 पूर्व से 1540 पूर्व तक है।
  • म‍कर रेखा इसके बीच से गुजरती है, जिससे आधा उत्‍तरी भाग उष्‍णकटिबंध तथा आधा दक्षिणी भाग शीताष्‍ण कटिबंध में पड़ता है।
  • इस महाद्वीप की पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 4000 किमी. तथा लम्‍बाई उत्‍तर से दक्षिण तक 3000 किमी. है।
  • विश्‍व में आस्‍ट्र‍ेलिया ही एकमात्र देश है, जो पूरे आस्‍ट्रेलिया महादवीप पर विस्‍तृत है और इसीलिए इसे दवीपीय महाद्वीप भी कहा जाता है।

राज्‍य             राजधानी    प्रमुख बंदरगाह

उत्‍तरी आस्‍ट्रेलिया    डारविन     डारविन

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

दक्षिण आस्‍ट्रेलिया    एडिलेड     एडिलेड

पश्चिमी आस्‍ट्रेलिया   पर्थ        फ्रिमैंटल

क्‍वींसलैण्‍ड          ब्रिसबेन      ब्रिसबेन

न्‍यूसाउथवेल्‍स        सिडनी      सिडनी

विक्‍टोरिया           मेलबोर्न     मेलबोर्न

तस्‍मानिया          होबार्ट        होबार्ट

  • आस्‍ट्रेलिया, न्‍यूजीलैण्‍ड तथा आसपास के द्वीपों को मिलाकर आस्‍ट्रेलिया कहा जाता है।
  • आस्‍ट्रेलिया छह स्‍वशासी राज्‍यों तथा दो केन्‍द्र प्रशासित क्षेत्रों में बांटा है।
  • आस्‍ट्रेलिया को प्‍यासी भूमि का देश कहा जाता हैं क्‍योंकि इसके एक विशाल भाग पर नाममात्र की वर्षा होती है।
  • अमेरिका क्रांति के समय (1777-78) ब्रिटेन द्वारा आस्‍ट्रेलिया का उपयोग कालापानी निवास (Penel Colony) के रूप में किया गया।
  • 1851 के बाद स्‍वर्ण खदानों का पता चलने के कारण आस्‍ट्रेलिया में ‘र्स्‍वण दौड़’ (Gold Rush) की शुरूआत हुई।
  • सोने की खानों ने गोरों को आस्‍ट्रेलिया में बसने के लिए प्रेरित किया यही कारण है कि यहां प्रवासियों की संख्‍या सर्वाधिक है।
  • न्‍यूजीलैण्‍ड को (अनुकूल जलवायु तथा उपजाऊ भूमि में ब्रिटेन से समता के कारण) दक्षिण का ब्रिटेन / पूरब का ब्रिटेन भी कहा जाता है।
  • न्‍यूजीलैण्‍ड की राजधानी वेलिगंटन है। न्‍यूजीलैण्‍ड के मूल निवासी माओरी कहलाते है।
  • आस्‍ट्रेलिया की राजधानी ‘कैनबरा’ है, जो न्‍यूसाऊथवेल्‍स राज्‍य में स्‍थित है।
  • कैनबरा की अभिकल्‍पना शिकागो के स्‍थापत्‍यविद् राज्‍य में स्थित है।
  • कैनबरा की अभिकल्‍पना शिकागो के स्‍थापत्‍यविद् वाल्‍टर बर्ले ग्रिफिन(19111) ने की थी।
  • ‘सिडनी’ – आस्‍ट्रेलिया का सबसे बड़ा नगर है।
  • ‘सिडनी’ – आस्‍ट्रेलिया का सबसे बड़ा बन्‍दरगाह है।
  • आस्‍ट्रेलिया के पश्चिम में आधे से अधिक भाग में पुराने पश्चिम का विस्‍तार है। आस्‍ट्रेलिया का पश्चिमी पठारी भाग मरूस्‍थल है। पश्चिमी पठारी भाग खनिज पदार्थों के लिए विख्‍यात है।
  • पश्चिमी पठार के दक्षिण पश्चिम में सोने का विशाल भण्‍डार है।
  • पश्चिमी पठार की सर्वोच्‍च ऊंचाई ‘माउण्‍ट ब्रुस’ (2000 मी.) है।
  • आस्‍ट्रेलिया के उत्‍तर में कारर्पेटरिया की खाड़ी से लेकर दक्षिण में इनकाउंटर की खाड़ी तक मध्‍यवर्ती मैदान का विस्‍तार है।
  • मध्‍यवर्ती मैदान के तीन उपविभाग हैं – कारर्पेटेरिया बेसिन, मध्‍यवर्ती आयर झील बेसिन तथा मर्रेडार्लिंग बेसिन।
  • कारपेंटेरिया बेसिन में कई छोटी-छोटी नदियां पाई जाती है जिनमें माइकेल तथा फिलण्‍डर्स प्रमुख हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया की सबसे बड़ी झील – ‘आयर झील’ है।
  • आयर झील बेसिन समुद्रतल से भी नीचे है। आयरझील बेसिन की नदियां अन्‍त: प्रवाही हैं।
  • आयर झील बेसिन में पातालतोड़ कुएं अधिक मिलते हैं। इसी कारण इस भूभाग को ग्रेट आर्टशियन बेसिन भी कहते है।
  • आयर बेसिन के दक्षिण में मर्रेडार्लिंग बेसिन है। मर्रे यहां की प्रमुख नदी है जिसकी सहायक नदियॉ है – डार्लिंग, मर्रमबिजी तथा लचलन।
  • मर्रे डार्लिंग नदियों के बीच की भूमि को ‘रिवेरिना’ कहते है।
  • मर्रे नदी बेसिन के पश्चिम में रिफ्ट घाटी है। इसी घाटी क्षेत्र में सेन्‍ट विर्न्‍सेट तथा स्‍पेसर की खाडि़यां है।
  • आस्‍ट्रेलिया की पूर्वी भाग में यार्क प्रायद्वीप से लेकर दक्षिण में तस्‍मानिया तक पूर्वी उच्‍च भूमि का विस्‍तार है।
  • पूर्वीउच्‍च भूमि ऊंचे-ऊॅचे पठारों एवं पहाडि़यों की लम्‍बी पट्टी है जिसे ग्रेट डिवाइडिंग रेंज कहते हैं। ग्रेट डिवाइडिंग रेंज का सबसे ऊंचा भाग दक्षिण- पूर्व में आस्‍ट्रेलिया आल्‍पस है।
  • आस्‍ट्रेलियन आल्‍पस पुराना मोड़दार पर्वत है, जिसकी सबसे ऊंची चोटी ”को-सिस्‍को” (2234 मी.) है। यह आस्‍ट्रेलिया की भी सबसे ऊंची चोटी है।
  • आस्‍ट्रेलियन आल्‍पस को न्‍यूसाउथवेल्‍स में ब्‍लूमाउन्‍टेन के नाम से जाना जाता है। मर्रे नदी इसी पहाड़ से निकलती है।
  • आस्‍ट्रेलियन आल्‍पस को न्‍यूसाउथवेल्‍स में ब्‍लूमाउन्‍टेन के नाम से जाना जाता है। मर्रे नदी इसी पहाड़ से निकलती है।
  • आस्‍ट्रेलिया के उत्‍तर-पूर्वी तट के साथ-साथ समुद्र में एक प्रवाल भित्ति (मूंगा चट्टानों की दीवार) पायी जाती है। ग्रेट बैरियर रीफ कहते हैं।
  • संसार प्रसिद्ध ‘ग्रेट बैरियर रीफ’ की लम्‍बाई 1900 किमी से अधिक है। तट से इसकी अधिकतम दूरी 240 किमी तथा न्‍यूनतम दूरी 38 किमी है।
  • असस्‍ट्रेलिया का अधिकतम भाग शुष्‍क जलवायु के तहत है।
  • ‘क्‍लोनकंट्री’ आस्‍ट्रेलिया का सबसे गर्म स्‍थान है।
  • आस्‍ट्रेलिया के दक्षिणी तट की जलवायु भूमध्‍यसागरीय है।
  • तस्‍मानिया द्वीप में पछुआ हवाओं से साल भर वर्षा होती है।
  • आस्‍ट्रेलिया के उत्‍तरी भाग में ग्रीष्‍म ऋतु में मानसूनी पवनों से वर्षा होती है।
  • आस्‍ट्रेलिया के शीतोष्‍ण घास भूमि को ‘डाउन्‍स’ कहते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया में यूकेलिप्‍टस, कारी तथा जर्रा के वृक्ष पाये जाते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया में साल्‍टबुश, माली तथा स्पिनफेक्‍स नामक झाडि़यां भी पाई जाती है।
  • ‘बैठल’ भी आस्‍ट्रेलिया का सामान्‍य वृक्ष है।
  • ‘कंगारू’ आस्‍ट्रेलिया का राष्‍ट्रीय पशु है। कंगारू के साथ ही ‘देल्‍लाबी’ तथा ‘कोआला’ भी धानी वर्ग के प्रमुख जानवर हैं।
  • ‘कोआला’ भालू सदृश्‍य चपटी, चौड़ी और काली नाक वाला जानकवर है। पेड़ों पर ही रहता है। यूकबेलिप्‍टस की पत्तियां खाता है। दिन में सोता एवं रात को जागता है।
  • प्‍लेटिस – संसार का विचित्र जन्‍तु पशु-पक्षियों के मिश्रित लक्षण वाला जीव है। भूमि एवं पानी के अन्‍दन दोनों में निवास करता है। चार पैरों वाला जीव है जो अण्‍डे देता है। जमीन में सुरंग खोद सकता है।
  • ऐमू, कुकाबर्रा तथा लायरबर्ड आस्‍ट्रेलिया के विचित्र पक्षी हैं। ऐमू बिना पंख के लम्‍बी टोंगो वाली चिडि़या है जो दौड़ सकती है पर उड़ नहीं सकती।
  • कुकाबर्रा को लाफिंग जैकास भी कहते हैं क्‍योंकि इसकी बोली विचित्र हंसी सी लगती है।
  • लायरबर्ड – संसार के सुंदरतम पक्षियों में से एक है। यह सफल नकलची है जो कुत्‍तों की आवाज, गाडि़यों के हार्न की आवाज या अन्‍य दूसरे पशु-पक्षियों की आवाजों की नकल कर सकता है।
  • पश्चिमी आस्‍ट्रेलिया में काले रंग का हंस बहुत पाया जाता है।
  • संसार में सबसे अधिक चूहे आस्‍ट्रेलिया में ही पाये जाते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया के केवल 4-5 प्रतिशत भाग पर ही कृषि होती है। अधिकतर खेती दक्षिण-पश्चिमी, दक्षिण पूर्वी तथा पूर्वी भागों में होती है।
  • गेहूं आस्‍ट्रेलिया की सबसे महत्‍वपूर्ण खाद्य फसल है। गेहूं उत्‍पादन में न्‍यू साउथवेल्‍स तथा पश्चिमी आस्‍ट्रेलिया प्रमुख राज्‍य हैं।
  • जौ, जई तथा मक्‍का अन्‍य खाद्य फसलें हैं। चावल सिंचित क्षेत्रों में उगाया जाता है।
  • गन्‍ना, तम्‍बाकू और कपास मुख्‍यत: क्‍वींसलैण्‍ड में पैदा किये जाते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया के ऊष्‍ण कटिबंधीय भाग में अनानास, केला तथा पपीता एवं शीतोष्‍ण कटिबंधीय भाग में सेब, संतरे तथा अंगूर पैदा किये जाते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया में भेड़ों की संख्‍या सर्वाधिक है। यहां मेरिनो भेड़ पाली जाती है।
  • मर्रेडार्लिंग नदियों के बीच का क्षेत्र भेड़ पालन के लिए सर्वाधिक उपयुक्‍त है।
  • आस्‍ट्रेलिया के न्‍यूसाउथवेल्‍स राज्‍य में भेडों की संख्‍या सर्वाधिक है।
  • सिडनी आस्‍ट्रेलिया का सबसे बड़ा ऊन निर्यातक बन्‍दरगाव है। इसे इसीलिए ‘बुलपोर्ट’ भी कहते हैं।
  • भेड़ पालन केन्‍द्रों पर काम करने वाले मजदूरों को ‘जेकारू’ कहते हैं।
  • पशुओं की कुल संख्‍या की दृष्टि से क्‍वींसलैंड राज्‍य का स्‍थान प्रथम है।
  • आस्‍ट्रेलिया का क्‍वींसलैण्‍ड राज्‍य मांसाहारी पशुओं के पालन के लिए प्रसिद्ध है।
  • डिंगों – आस्‍ट्रेलिया में पाए जाने वाले जंगली कुत्‍ते हैं।
  • न्‍यू साउथ वेल्‍स का हण्‍टरघाटी आस्‍ट्रेलिया का रूर (Ruhr) कहलाता है।
  • कोयला उत्‍पादन में न्‍यूसाथवेल्‍स अग्रणी राज्‍य है।
  • हण्‍टरघाटी में न्‍यूकैसल, लिथगो तथा केम्‍बा प्रसिद्ध कोयला उत्‍पादन क्षेत्र है।
  • विक्‍टोरिया राज्‍य में लिग्‍नाइट का विशाल भण्‍डार है।
  • खनिज तेल – विक्‍टोरिया के जिप्‍सलैण्‍ड क्षेत्र में पाया जाता है।
  • आस्‍ट्रलिया विश्‍व में सर्वाधिक सीसी एवं बाक्‍साइड उत्‍पादक देश है।
  • केपयार्क प्रायद्वीय के वाइपा क्षेत्र में विश्‍व के वृहतमद्य बाक्‍साइड भण्‍डार हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया का पिलवारा क्षेत्र तथा आयरन नाब क्षेत्र लोहा उत्‍पादन के लिए प्रसिद्ध है।
  • आस्‍ट्रेलिया के कालगुर्ली तथा कूलगार्डी प्रमुख स्‍वर्ण उत्‍पादक क्षेत्र हैं।
  • ब्रोकेन हिल – आस्‍ट्रेलिया में चांदी, सीसा, जस्‍ता आदि के उत्‍पादन के लिए प्रसिद्ध है।
  • उत्‍तर-पूर्वी आस्‍ट्रेलिया के माउंट ईसा क्षेत्र में सीसा, जस्‍ता तथा तांबां प्राप्‍त किया जाता है।
  • आस्‍ट्रेलिया में यातायात का मुख्‍य साधन रेल है।
  • आस्‍ट्रेलिया में सिडनी एवं पर्थ नगर को जोड़ने वाली प्रमुख अन्‍तर्महाद्वीपीय रेलमार्ग ट्रांन्‍स आस्‍ट्रेलियन है, जिसकी लम्‍बाई करीब 4000 किमी है।
  • ‘डॉग्‍स’ सड़क रेल के डिब्‍बे हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया के प्रमुख सड़कों को ‘कामनवेल्‍थ महामार्ग’ कहते हैं।
  • आस्‍ट्रेलिया की कुल आबादी का 80-85 प्रतिशत भाग नगरीय है।
  • आस्‍ट्रेलिया की 3/4 आबादी मात्र 1/10 भाग पर निवास करती है।
  • आस्‍ट्रेलिया की कुल जनसंख्‍या करीब 1 करोड़ 70 लाख है।
  • आस्‍ट्रेलिया का घनत्‍व मात्र 2 व्‍यक्ति प्रति वर्ग किमी है।
  • मध्‍यवर्ती आस्‍ट्रेलिया प्राय: जन शून्‍य है।
  • आस्‍ट्रेलिया का विक्‍टोरिया, न्‍यू साउथवेल्‍स तथा क्‍वींस लैण्‍ड में जनसंख्‍या का जमाव पाया जाता है।

अण्‍टार्कटिका महाद्वीप ( Antarctica Continent )

  • अण्‍टार्कटिका संसार का पांचवा बड़ा महाद्वीप है।
  • संसार में यही अकेला ऐसा महाद्वीप है, जहां कोई व्‍यक्ति स्‍थायी रूप से नहीं रहता।
  • इसे ‘श्‍वेत महाद्वीप’ कहते हैं क्‍योंकि इसके ऊपर बर्फ की मोटी परत सदैव जमी रहती है। यहां अत्‍यन्‍त ठंड पड़ती है और तेज हवा चलती रहती है।
  • अण्‍टार्कटिका पूरी तरह से दक्षिणी गोलार्द्ध में है। दक्षिण ध्रुव इसके लगभग केन्‍द्र में है। यह सबसे ठण्‍डा एवं वीरान महाद्वीप है। परिणामस्‍रूप मनुष्‍य यहां स्‍थायी रूप से नहीं रह सकता है।
  • इस महाद्वीप की मुख्‍य भूमि की खोज सन् 1820 में हुई थी। अण्‍टार्कटिका का लगभग 98 प्रतिशत भाग सदा बर्फ से ढका रहता है।इस बर्फ की अनुमानत: मोटाई 2 से 5 किमी तक है।
  • अण्‍टार्कटिका का अधिकतर भाग ऊबड़-खबड़ तथा पर्वतीय है। यहां का समुद्र तट खड़े ढाल वाला है।
  • यहां तटीय मैदान नाममात्र को भी नहीं है।
  • ‘क्‍वीन मॉड’ पर्वत श्रेणी इस महाद्वीप को लगभग दो बराबर भागों में विभाजित करती है।
  • इस बर्फीले महाद्वीप को चारों ओर से घेरने वाले महासागर का नाम है – दक्षिणी महासागर।
  • यह एक ठण्‍डा महासागर है। महासागर के ऊपर जल का तापमान 40 सेल्सियस से ऊपर नहीं जाता है। यहां की जलवायु बहुत की कठोर है।
  • संसार में सबसे कम तापमान – 950C इस महाद्वीप में स्थित दक्षिण ध्रुव पर शीत ऋतु में अंकित किया गया था।
  • अण्‍टार्कटिका के गर्भ में मूल्‍यवान खनिजों के भण्‍डार छिपे पड़े हैं।
  • कोयले, लौह अयस्‍क तथा तांबे के थोड़ बहुत भण्‍डारों का पता चला है, लेकिन अनेक कठिनाईयों के कारण व्‍यापारिक स्‍तर पर इन खनिजों का उपयोग अभी शुरू नहीं हो सका है।
  • संसार के मीठे पानी के 70 प्रतिशत भंडार इस महाद्वीप के बर्फ छत्रकों तथा बर्फ की चादरों में संचित है।
  • यहां पायी जाने वाली ‘क्रिल’ एक बहुत छोटी मछली है। इसकी लम्‍बाई 6 सेमीं तथा वजन 1 ग्राम से लेकर 105 ग्राम तक होता है।
  • क्रिल से कई उत्‍पाद बनाये जाते हैं जैसे – मांस, क्रिल-पेस्‍ट (इसे पावरोटी के ऊपर लगाया जा सकता है) तथा क्रिल-प्रोटीन।
  • वैज्ञानिकों ने अण्‍टार्कटिका के निरीक्षण के लिए यहां विशेष प्रकार के स्‍थायी आवास गृह बनाये हैं। ये आवास गृह यहां कठोर जलवायु तथा भयंकर झेझावातों का मुकाबला करके टिके रह सकते हैं।
  • अण्‍टार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी ‘माउंट मैसिफ’ है।
  • भारत का पहला अण्‍टार्कटिका अभियान दल डॉ. एस.जेड.कासिम के नेतृत्‍व में जनवरी 1982 को अण्‍टार्कटिका पहुंचा था।
  • अण्‍टार्कटिका जाने वाले प्रथम भारतीय डॉ. जी.एस.सिरोही थे।
  • अण्‍टार्कटिका का भौगोलिक आकार ऋतु परिवर्तन के साथ बदलते रहने के कारण से गतिशील महाद्वीप भी कहा जाता है।
  • अण्‍टार्कटिका एक एकमात्र बर्फ से मुक्‍त क्षेत्र ‘पाल्‍मर’ तथा एकमात्र सक्रिय ज्‍वालामुखी का शिखर ‘एर्बुस’ है।
  • लाकेन तथा मॉस यहां की मुख्‍य वनस्‍पति है तथा यहां पेंग्विन, समुद्री पक्षी, सील एवं व्‍हेल जैसे जीव बहुतायत में मिलते हैं।
  • अण्‍टार्कटिका महाद्वीप द्वारा पृथ्‍वी के सम्‍बन्‍ध में वैज्ञानिकों को अधिक जानकारी उपलब्‍ध कराने के कारण इसे ‘विज्ञान के लिए महाद्वीप’ भी कहा जाता है।
  • यहां करीब छह महीने दिन और छह म‍हीने रात रहती है।
  • यह ‘सफेद रेगिस्‍तान’ के नाम से भी संबोधित होता है।

Click Here to Subscribe Our Youtube Channel

दोस्तो आप मुझे ( नितिन गुप्ता ) को Facebook पर Follow कर सकते है ! दोस्तो अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस Facebook पर Share अवश्य करें ! क्रपया कमेंट के माध्यम से बताऐं के ये पोस्ट आपको कैसी लगी आपके सुझावों का भी स्वागत रहेगा Thanks !

दोस्तो कोचिंग संस्थान के बिना अपने दम पर Self Studies करें और महत्वपूर्ण पुस्तको का अध्ययन करें , हम आपको Civil Services के लिये महत्वपूर्ण पुस्तकों की सुची उपलब्ध करा रहे है –

UPSC/IAS व अन्य State PSC की परीक्षाओं हेतु Toppers द्वारा सुझाई गई महत्वपूर्ण पुस्तकों की सूची

Top Motivational Books In Hindi – जो आपकी जिंदगी बदल देंगी

सभी GK Tricks यहां पढें

TAG – 7 Continents of the World GK PDF in Hindi , Asia Continents , Africa Continents , Europe Continent , Australia Continent , North and South America Continent , Antarctica Continent

About the author

Nitin Gupta

My Name is Nitin Gupta और मैं Civil Services की तैयारी कर रहा हूं ! और मैं भारत के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश से हूँ। मैं इस विश्व के जीवन मंच पर एक अदना सा और संवेदनशील किरदार हूँ जो अपनी भूमिका न्यायपूर्वक और मन लगाकर निभाने का प्रयत्न कर रहा हूं !!

मेरा उद्देश्य हिन्दी माध्यम में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने बाले प्रतिभागियों का सहयोग करना है ! आप सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करना तथा अपने अर्जित अनुभवों तथा ज्ञान को वितरित करके आप लोगों की सेवा करना ही मेरी उत्कट अभिलाषा है !!

4 Comments

Leave a Comment