इस पोस्ट में हम आपको सामान्य हिंदी के महत्वपूर्ण Notes PDF को उपलब्ध कराएंगे, जो आपको आने वाले सभी Competitive Exams जिनमें सामान्य हिन्दी (General Hindi) के प्रश्न पुंछे जाते हैं उन सभी के लिए बेहद Important होगी |
नमस्कार दोस्तो , Welcome To Our Website
दोस्तो आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको सामान्य हिंदी की कुछ महत्वपूर्ण नोट्स की एक PDF को उपलब्ध कराऐंगे ! जो कि आपको सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये बहुत उपयोगी सिद्द होंगी !
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सामान्य हिंदी के महत्वपूर्ण Notes PDF
सामान्य हिन्दी – Objective Question and Answer
PDF Name | सामान्य हिन्दी – Objective Question and Answer |
PDF Description | इस PDF में सामान्य हिन्दी से संबंधित पिछले Exams में आए Objective Question and Answer को दिया गया है |
Publications | Unknown Publication |
Language | Hindi |
File Size | 34 MB |
Page | 88 Page |
Download Link | नीचे दिये गए Download Button से आप File को Download कर सकते हैं |
General Hindi Book PDF Download
इस PDF में सामान्य हिन्दी से संबंधित निम्न Topic को Cover किया गया है
- हिन्दी भाषा
- हिन्दी व्याकरण
- सज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
- क्रिया
- अव्यय
- शब्द रचना
- सन्धि
- समास
- उपसर्ग
- प्रत्यय
- हिन्दी शब्दावली
- हिन्दी शब्द समूह
- पारिभाषिक शब्दावली
- पर्यायवाची शब्द
- विलोम शब्द
- समश्रुत शब्द
- अनेकार्थी शब्द
- वाक्यांश के लिए एक शब्द
- वर्तनी एवं विराम चिह्न
- वर्तनी
- विराम चिह्न
- वाक्य विचार
- रचना की दृष्टि से वाक्य भेद
- अर्थ की दृष्टि से वाक्य भेद
- वाच्य के आधार पर वाक्य भेद
- प्रयोग के आधार पर वाक्य भेद
- मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ
- प्रमुख मुहावरों की सूची
- कुछ प्रसिद्ध लोकोक्तियाँ एवं उनके वाक्य प्रयोग
- काव्यशास्त्र
- रस
- छन्द
- अलकार
- हिन्दी साहित्य का इतिहास
PDF Name | General Hindi Book PDF Download |
PDF Description | सामान्य हिन्दी की यह सबसे Best PDF है जो आपको सभी Competitive Exams के लिए Usefull होगी |
Publications | Unknown Publication |
Language | Hindi |
File Size | 33 MB |
Page | 112 Page |
Download Link | नीचे दिये गए Download Button से आप File को Download कर सकते हैं |
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पिछ्ले Exams में पूंछे गये सामान्य हिंदी से संबंधित अनेक शब्दों के एक शब्द
- जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी (MPPCS, RAS, UPPCS, IAS)
- जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व (IAS, RAS)
- जो शोक करने योग्य न हो – अशोक (UPPCS)
- जो खाने योग्य ने हो – अखाद्य (UPPCS)
- जो क्षीण न हो सके – अक्षय (RO)
- जिसकी गहराई या थाह का पता न लग सके – अथाह, अगाध (RAS, UPPCS)
- जो चिन्ता के योग्य न हो – अचिन्त्य, अचिन्तनीय (RAS)
- जो इन्द्रियों द्वारा न जाना जा सके – अगोचर, अतीन्द्रीय (IAS)
- जो वस्तु किसी दूसरे के पास रखी हो – अमानत (UPPCS)
- जो बीत चुका हो – अतीत (IAS)
- जो दिखायी न पड़े – अदृश्य, अप्रत्यक्ष (UPPCS, IAS)
- जो सदा से चला आ रहा है – अनवरत (IAS)
- जो कभी नहीं मरता – अमर्त्य, अमर (APO, RAS, IAS)
- जो आगे (दूर) की न सोचता हो – अदूरदर्शी (Upper Sub.)
- जो आगे (दूर) की सोंचता हो – अग्रसोची, दूरदर्शी (UPPCS)
- धरती (पृथ्वी) और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष (UPPCS)
- जिसका कोई अर्थ न हो – अर्थहीन (UPPCS)
- जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत (UPPCS)
- जिसे जीता न जा सके – अजेय (UPPCS, Upper Sub., RO)
- बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक (UPPCS, B.Ed., Low Sub.)
- जिसका जन्म पहले हुआ हो (बड़ा भाई) – अग्रज (RAS)
- दोपहर के बाद का समय – अपराह्न (IAS, Upper Sub., UPPCS)
- जो पराजित न किया जा सके – अपराजेय (UKPCS)
- अधिक बढ़ा-चढ़ा कर कहना – अतिशयोक्ति, अतियुक्ति (B.Ed.)
- जिसका परिहार (त्याग) न हो सके/जिसको छोड़ा न जा सके – अपरिहार्य (UPPCS, B.Ed., Low Sub.)
- जो कानून के प्रतिकूल हो/जो विधि के विरुद्ध हो – अवैध, अविधिक (UPPCS, IAS)
- जो समय पर न हो – असामयिक (UPPCS)
- जो अवश्य होने वाला हो – अवश्यम्भावी (APO, UPPCS)
- जिसका विवाह न हुआ हो – अविवाहित (IAS)
- जो सबके अन्तःकारण की बात जानने वाला हो – अन्तर्यामी (MPPCS)
- जिसका इलाज न हो सके – असाध्य (RO)
- किसी कार्य के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता – अनुदान (UKPCS)
- व्यर्थ/अनुचित खर्च करने वाला – अपव्ययी (RAS, UPPCS)
- जिसकी पहले से कोई आशा न हो – अप्रत्याशित (UPPCS, APO)
- पुरुष जो अभिनय करता हो – अभिनेता (MPPSC)
- जो भेदा या तोड़ा न जा सके – अभेद्य (Low Sub.)
- जिसका जन्म छोटी जाति (निचले वर्ण) में हुआ हो – अंत्यज (RO)
- जो अभी-अभी उत्पन्न हुआ हो – अद्यःप्रसूत (UPPCS)
- जिसको क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य (Low Sub.)
- जो न जाना जा सके – अज्ञेय (Upper Sub., UPPCS)
- जो कुछ न जानता हो – अज्ञ, अज्ञानी (UPPCS, B.Ed.)
- कम बोलने वाला – अल्पभाषी, मितभाषी (Low Sub., APO, UPPCS, RAS,)
- थोड़ा जानने वाला – अल्पज्ञ (RAS, MPPCS)
- जिसका कभी अन्त न हो – अनन्त (UPPCS, B.Ed.)
- जिसका माँ-बाप न हो – अनाथ (IAS, UPPCS)
- जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय (RAS, IAS, UPPCS)
- जिस पर मुकद्दमा चल रहा हो/ जिस पर अभियोग लगाया गया हो – अभियुक्त, अभियोगी (UPPCS, APO, IAS)
- जिसकी कोई सीमा न हो – असीम (IAS, UPPCS)
- जिसके आने की कोई तिथि न हो – अतिथि (IAS, UPPCS)
- जिसे भुलाया न जा सके – अविस्मृति (IAS)
- जिसकी उपमा न हो – अनुपम, अनुपमा (UPPCS, IAS)
- जिसे बुलाया न गया हो/जो बिना बुलाये आया हो – अनाहूत (IAS, UPPCS)
- जिसका वचन या वाणी द्वारा वर्णन न किया जा सके/जिसे वाणी व्यक्त न कर सके – अनिर्वचनीय, अवर्णनीय (IAS, UPPCS)
- जिसे शब्दों में नहीं कहा जा सके – अकथनीय (UPPCS)
- जिसका निवारण न हो सकता हो – असाध्य (UPPCS, B.Ed.)
- जो अनुकरण करने योग्य हो – अनुकरणीय (APO)
- किसी के पीछे-पीछे चलने वाला/जो पीछे चलता हो – अनुचर, अनुगामी, अनुयायी (IAS, B.Ed.)
- जिस पर अनुग्रह किया गया हो – अनुगृहीत (UPPCS, B.Ed.)
- जो हिसाब किताब की जाँच करता हो – अंकेक्षक (MPPCS)
- रूप के अनुसार – अनुरूप (UPPCS)
- सोच-समझकर कार्य न करने वाला – अविवेकी (UPPCS, RAS)
- जो पहले कभी घटित न हुआ हो – अघटित (IAS)
- जिसकी परिभाषा देना संभव न हो – अपरिभाषित (IAS, B.Ed.)
- विकृत शब्द/बिगड़ा हुआ शब्द – अपभ्रंश (UPPCS)
- जो विश्वास करने योग्य (लायक) न हो – अविश्वासनीय (Low Sub.)
- जिसका किसी भी प्रकार उल्लंघन नहीं किया जा सके – अनुलंघनीय (Low Sub.)
- जो अभी तक न आया हो – अनागत (IAS, B.Ed.)
- मूल्य घटाने की क्रिया – अवमूल्यन (IAS, B.Ed.)
- अधिकार या कब्जे में आया हुआ – अधिकृत (UKPCS)
- जो पहले कभी नहीं सुना गया – अनुश्रुत (Low Sub.)
- जिसका जन्म अण्डे से हो – अण्डज (APO, B.Ed.)
- गुरु के समीप या साथ रहने वाला विद्यार्थी – अन्तेवासी (UPPCS, B.Ed.)
- जो व्यय न किया जा सके – अव्यय (Low Sub.)
- जिसका उत्तर न दिया गया हो – अनुत्तरित (Low Sub., UPPCS)
- जो बदला न जा सके – अपरिवर्तनीय (Low Sub.)
- जो इधर-उधर से घूमता-फिरता आ जाए – आगन्तुक (UPPCS, IAS)
- जो आदर करने योग्य हो – आदरणीय (IAS)
- आशा से अधिक/जिसकी आशा न की गई हो – आशातीत (Upper Sub., Low Sub.)
- आलोचना करने वाला – आलोचक (Upper Sub.)
- आदि से अन्त तक – आद्योपान्त, आद्यन्त (UPPCS, IAS)
- जो अपने पैरों पर खड़ा हो – आत्म-निर्भर (UPPCS)
- आभार मानने वाला – आभारी (RAS, UPPCS)
- जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण-दोष की आलोचना करता हो – आलोचक (Upper Sub.)
- वह कवि जो तत्काल/तत्क्षण कविता कर डालता हो – आशुकवि (UKPCS, UPPCS)
- जो स्वयं का मत मानने वाला हो – आत्मभिमत (UPPCS)
- जो ईश्वर को मानता हो – आस्तिक (MPPCS, Low Sub., UPPCS, BPSC, UKPCS)
- अतिथि की सेवा करने वाला – आतिथेयी (UKPCS)
- भगवान के सहारे अनिश्चित आय – आकाशवृत्ति (UKPCS)
- जो परम्परा से सुना हुआ हो – आनुश्राविक (UKPCS)
- जो इन्द्रियों को वश में कर ले – इन्द्रिय-निग्रहवान (Upper Sub.)
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