मेजर ध्यानचंद हॉकी की प्रति इतने समर्पित थे की उनके खेल काल में हॉकी अपने स्वर्णिम काल के नाम से जाना जाता है। इनके द्वारा लिखी गई आत्मकथा का नाम ‘गोल‘ है।
सन 2012 में भारत सरकार द्वारा ध्यानचंद के जन्म दिन को भी राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) के रूप में मनाए जाने का फैसला किया गया।
इस दिन को केवल मनोरंजन के रूप में नहीं बल्कि एक व्यक्ति के जीवन में खेल की भूमिका के रूप में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार (पूर्व राजीव गांधी खेल रत्न) भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल पुरस्कार है।
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला और पुरुष के टीमों के हॉकी में दमदार प्रदर्शन को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 6 अगस्त शुक्रवार 2021 को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न को बदलकर तीन बार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता मेजर ध्यानचंद के नाम पर इस पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस 6 अप्रैल को मनाया जाता है।
national sports day 2022 की Theme "First sport in the world." रखी गई है